उज्जैन: होली का पर्व रविवार 12 मार्च को तथा अगले दिन सोमवार को धुलंडी का पर्व मनाया जावेगा। उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में रविवार 12 मार्च को संध्या आरती के पश्चात होलिका दहन विधिवत पूजन-अर्चन एवं गुलाल अर्पित कर होगा। भगवान महाकाल की संध्या आरती के बाद गुलाल अर्पित किया जायेगा। महाकाल मंदिर के पुजारी एवं पुरोहितों के द्वारा मिलन समारोह एवं फूलों की होली का आयोजन भी शाम को किया गया है। महाकाल मंदिर के पुजारी एवं पुरोहित परिवार की ओर से शाम को ही इंदौर के प्रसिद्ध भजन गायक श्री हरिकिशन साबू के (भोपूजी) के मधुर कंठ से भजन की प्रस्तुतियां करवाई जायेगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री अवधेश शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार 13 मार्च (चैत्र कृष्ण प्रतिपदा) से परम्परानुसार ज्योर्तिलिंग श्री महाकालेश्वर भगवान की आरतियों के समय में परिवर्तन होगा, जो निम्नानुसार हैः- चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से आश्विन पूर्णिमा तक- -प्रथम भस्मार्ती – प्रातः 04.00 से 06.00 बजे तक -द्वितीय दद्योदक आरती – प्रातः 07.00 से 07.45 बजे तक -तृतीय भोग आरती – प्रातः 10.00 से 10.45 बजे तक -चतुर्थ संध्याकालीन पूजन – सायं 05.00 से 05.45 बजे तक -पंचम संध्या आरती – सायं 07.00 से 07.45 बजे तक -शयन आरती – रात्रि 10.30 से 11.00 बजे तक -उपरोक्तानुसार भस्मार्ती एवं शयन आरती अपने निर्धारित समय पर ही होगी। और पढ़े- जानिए इस चमत्कारी ज्योतिर्लिंग के बारे में महाकाल मन्दिर की दानपेटी से 11 लाख की दानराशि प्राप्त बाबा महाकाल के विवाह की पत्रिका चिंतामण गणेश को भेंट कर बुलाया