हाली में गौतमबुद्धनगर में होमगार्डों की फर्जी ड्यूटी दिखाकर करोड़ों के वेतन घोटाले के खुलासे के 7 दिन बाद ही फर्जीवाड़े की फाइलों में सोमवार रात आग लगा दी गई. वही बुधवार को इस मामले में पांच गिरफ्तारियां हुई हैं. जंहा इस मामले में वर्तमान डिविजनल कमांडेंट होमगार्ड राम नारायण चौरसिया, असिस्टेंट कंपनी कमांडर सतीश, प्लाटून कमांडर मोंटू, सतवीर और शैलेंद्र को गिरफ्तार किया जा चुका है. जंहा आरोपियों ने किस तरह से पूरी वारदात को अंजाम दिया इसका ब्योरा उन्होंने पूछताछ के दौरान दिया है. नोएडा पुलिस इस मामले में आज दिन में प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी जा चुकी है. ऐसे मिटाए सबूत:- वही सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक घोटाले में फंसे आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए सूरजपुर स्थित होमगार्ड कमांडेंट दफ्तर में ब्लॉक आर्गनाइजर कक्ष का ताला तोड़कर 2014 तक के दस्तावेज जला दिए. मंगलवार सुबह आगजनी की सूचना से कोहराम का माहौल बन गया है. वही एसएसपी वैभव कृष्ण ने एफआईआर के आदेश दिए और जांच के लिए एसपी सिटी के नेतृत्व में एसआईटी गठित की. इसके बाद पुलिस ने प्लाटून कमांडर व दो हामगार्ड को हिरासत में लिया था. वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए. उन्होंने आगजनी की जांच फॉरेंसिक विशेषज्ञों से कराने को कहा है. गोलमाल कर हड़प लेते थे वेतन:- मिली जानकरी के अनुसार हम आपको बता दें कि होमगार्ड विभाग में बड़े वेतन घोटाले के खुलासे के बाद लखनऊ समेत अन्य जगहों पर जांच के आदेश दिए गए थे. इसके लिए समिति का गठन किया गया है, जो नोएडा में भी जांच कर रही थी. दरअसल, होमगार्डों की ड्यूटी में गोलमाल कर आधे से ज्यादा पारिश्रमिक हड़प लिया जाता था. नोएडा की जांच में खुलासा हुआ है कि होमगार्ड थानों में काम पर नहीं आते थे पर उनकी हाजिरी लगाकर जिले के थानेदारों के फर्जी हस्ताक्षर से उनका वेतन निकाल लिया जाता था. फुटबॉल ओपन में हार के बाद भारत की उम्मीद समाप्त, फीफा विश्व कप की रेस से टीम बाहर पाकिस्तान में अलग देश की मांग को लेकर जबरदस्त प्रदर्शन, JSQM ने कहा- सिंध पर पाक ने जबरन किया कब्ज़ा अरुणाचल प्रदेश सरकार ने उठाया डोकलाम का मुद्दा, भाजपा सांसद ने चीन को दी चेतावनी