सर्दियों में अस्थमा (Asthama) की बीमारी वालों को बड़ा खतरा रहता है। जी दरअसल सर्दी के मौसम में बढ़ता प्रदूषण, अनियमित दिनचर्या, भी ऐसे कई कारण होते हैं जिनसे अस्थमा(Asthama) की दिक्क्त इंसान को हो जाती है। यह समस्या सबसे खासकर सर्दियों में बढ़ती है। जी दरअसल ज्यादा भागने से, या वर्कआउट करने से अक्सर लोगों को सास फूलने की दिक्कत होती है। हालाँकि यह परेशानी खत्म भी की जा सकती है। जी दरसल आज के समय में आपको अपनी डाइट में बस कुछ चीज़ें शामिल करनी हैं जो आपको राहत देंगी। आइए बताते हैं। शहद का प्रयोग- सर्दी के मौसम में शहद का इस्तेमाल सर्दी-जुकाम से राहत पाने के लिए किया जाता है। इसी के साथ इसका इस्तेमाल गले में खराश को शांत करने खांसी को रोकने के लिए किया जा सकता है। जी दरअसल आप दसरी में गर्म चाय में शहद मिलाकर पीएं या फिर एक चम्मच रोज सुबह 2 या 3 तुलसी के पत्तों के साथ लें। लहसुन खाएं- लहसुन में कुछ चिकित्सीय गुण होते हैं। कहा जाता है लहसुन में बेहतरीन एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे गुण होते हैं। ऐसे में अस्थमा की स्थिति में सीने के आसपास की नसें सूज जाती हैं और लहसुन अस्थमा के लक्षणों को कम करके सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। कैफीन का सेवन- कैफीन में थियोफिलाइन की कई समानताएं हैं। जी दरअसल थियोफिलाइन एक ब्रोन्कोडायलेटर दवा है जिसका उपयोग अस्थमा के रोगियों के फेफड़ों में वायुमार्ग को खोलने के लिए किया जाता है। आपको बता दें कि दवा के समान होने के कारण कैफीन एक अच्छा घरेलू उपचार हो सकता है। कैफीन कॉफी, चाय, कोको विभिन्न कोला पेय में पाया जा सकता है। स्टीम बाथ लें- स्टीम बाथ नाक छाती की जकड़न को कम करने के लिए जरुरी है। वहीं स्टीम लेने से और भी समस्या दूर होती है। कहा जाता है स्टीम में लौंग या थोड़ा सा विक्स डाल लें तो सर्दी जुकाम से छुटकारा पाया जा सकता है। इसी के साथ यह आपको जकड़न से छुटकारा दिला सकता है। दूध पीने के पहले या बाद भूल से भी ना करें इन चीजों का सेवन, होती हैं जहर तेलंगाना ने COVID-19 की पहली खुराक में 100- प्रतिशत कवरेज को पूरा किया नीदरलैंड में डेल्टा संस्करण की तुलना में ओमिक्रॉन अधिक प्रभावशाली