आज के समय में लोग अपने घर को सजाने के लिए तरह-तरह के तरीके आजमाते हैं। इसी लिस्ट में शामिल हैं आर्टिफिशियल फ्लावर या कृत्रिम फूल यानी नकली फूल। जी हाँ, इन फूलों से घर एकदम नया और सुंदर दिखता है और इसी के साथ ही ये कभी खराब नहीं होते और लंबे समय तक चलते हैं। हालाँकि महीने में एक बार इन्हें धोने की जरूरत पड़ती है। लेकिन क्या आपको बता है कि यह गंमीर बीमारी का कारण भी बन सकते हैं? जी हाँ, सुनकर आपको यकीन तो नहीं हो रहा होगा लेकिन यह सच है। * जी दरअसल वास्तु शास्त्र में आर्टिफिशियल फूल को अशुभ माना जाता है। जी हाँ और इन आर्टिफिशियल पौधों और फूलों से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होने की बात कही जाती है। * यह मान्यता है कि इन फूलों के कारण घर परिवार में खुशियां भी नकली हो जाती है। इसी के साथ घर के सदस्यों में आपसी मतभेद बढ़ जाते हैं और घर का माहौल खराब हो जाता है। * इसको घर में लगाने या रखने से परिवार के लोगों में दिखावा और झूठ बोलने की आदत भी पड़ जाती है। * वास्तु शास्त्र के अनुसार सूखे फूल भी नहीं रखना चाहिए। इन्हें अशुभ माना जाता है। जी दरअसल ‘पॉटपुरी’ से घर में मृत-ऊर्जा का विस्तार होता है। खुशियां गायब हो जाती है और सभी के स्वभाव चिढ़चिढ़े हो जाते हैं। * आर्टिफिशियल फूल या पॉटपुरी से घर की महिलाओं की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है। इसी के साथ नकली फूल से ज्यादा नकारात्मक पॉटपुरी फूल होते हैं जिन्हें विष के समान माना गया है। इन दोनों से ही महिलाओं को तनाव होता है और सिरदर्द की समस्या उत्पन्न हो जाती है। वहीं आगे चलकर उन्हें कई गंभीर रोग भी हो सकते हैं। 27 अप्रैल को शुक्र का राशि परिवर्तन, इन राशियों पर होगा शुभ असर शनिवार को इस रंग के मोज़े पहनने वालों को शनिदेव बना देते हैं धनवान इस समय भूल से भी नहीं बैठना चाहिए पांव पर पांव चढ़ाकर, हो जाएंगे कंगाल