जापान की कार निर्माता कम्पनी होंडा कोर्स इंडिया ने पहली बार राजस्थान में अपने तापुकरा संयंत्र से पूरी तरह से 1 .6 लीटर डीजल इंजन को निर्यात करने का निर्णय लिया है. पहले होंडा भारत में 1 .6 लीटर डीजल इंजन का उत्पादन करेगा. वर्तमान में ऐसा कोई उत्पाद नहीं है जो घरेलू बाजार में इस मिल से संचालित होता है. कम्पनी जुलाई 2017 से निर्यात शुरू कर देगी. खबरों के मुताबिक थाईलैंड 1 .6 लीटर डीजल इंजन बनाने वाला पहला बाजार होगा. जहाँ होंडा के पास वाहन के प्लेटफॉर्मो के डिज़ाइन, विकास और विनिर्माण के लिए एक बड़ा उत्पादन स्थापित किया गया है. भारत की तरह थाईलैंड भी एक बड़ा मोटर वाहन बाजार है और इसलिए वहां एक बड़ी विस्थापन डीजल इकाई की आवश्यकता है. होंडा के अधिकारीयों ने एक हालिया बातचीत में बताया कि होंडा के मैन्युअल गियरबॉक्स और डीजल इंजन के लिए भारत का तापुकारा संयंत्र सबसे बड़ा विनिर्माण सुविधा है. यह सुविधा विश्व स्तर पर मैन्युअल गियरबॉक्स के लिए भी सबसे बड़ा निर्यातक है. वर्तमान में तापुकारा संयंत्र में प्रतिवर्ष 1 .8 लाख इंजनों का उत्पादन करने की क्षमता है और 1 .2 लाइट और 1 .5 लीटर पेट्रोल और 1 .5 लीटर डीजल इकाई बनती है जो कि इसके सिटी, अमेज़ और जाज़ मॉडल को अन्य लोगो के साथ मिलती है. होंडा ने लॉन्च किया अपना नया स्कूटर 'होंडा क्लिक' होंडा लॉन्च कर रही है अपनी अब तक की सबसे सस्ती टू-व्हीलर अपनी नई कारों की बिक्री से टाटा मोटर्स ने होंडा को छोड़ा पीछे