आज हम आपके साथ शेयर करने जा रहे है तू व्हीलर गाड़ियों के कम्पटीशन मार्किट के बारे में। जापान की सबसे बड़ी टू-वीलर कंपनी की भारतीय इकाई होंडा मोटरसाइकल ऐंड स्कूटर्स ने यहां प्रीमियम मोटरसाइकल मार्केट में जोर लगाने की योजना बनाई है। कंपनी अगले 18 महीनों में अलग बिजनस डिविजन और नए प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो के जरिए मिड-साइज मोटरसाइकल सेगमेंट में रॉयल एनफील्ड को चुनौती देना चाहती है। ध्यान देने वाली बात ये है की प्रीमियम बाइक बिजनस पर काफी जोर दे रहे हैं। हमें पता है कि डीलर्स की सफलता और वॉल्युम बढ़ाने में प्राइसिंग की अहम भूमिका होगी। इसके लिए ऐसा मॉडल जरूरी है, जिसका भारत में उत्पादन हो।' सालाना 8 लाख से अधिक यूनिट्स की बिक्री वाले प्रीमियम बाइक मार्केट में रॉयल एनफील्ड का दबदबा है। होंडा ने फरवरी में प्रीमियम बाइक डिवीजन 'बिग विंग' शुरू किया था। इसमें 15 सीनियर एग्जिक्युटिव्स की टीम काम कर रही है, जिनके पास महंगी और बड़ी बाइकों पर काम करने का तजुर्बा है। जो दुकाती और हार्ली डेविडसन जैसी बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ काम कर चुके हैं। होंडा इस टीम के जरिए बड़ी बाइक्स की बिक्री, मार्केटिंग, ब्रैंडिंग और आफ्टर सेल्स पर जोर देना चाहता है। कंपनी अगले 18 महीनों में डिवीजन का अलग नेटवर्क तैयार करेगी, जिसके लिए 22 लोकेशन्स पर 100 आउटलेट खोले जाएंगे। आपको बताते चले की यह इस सेगमेंट में कंपनी के पास पहले से आधा दर्जन मॉडल्स का पोर्टफोलियो है, जिनकी बिक्री सिल्वर बिग विंग के आउटलेट से होगी। इनमें 300 सीसी की स्पोर्ट्स बाइक से लेकर 1800 सीसी की अफ्रीका ट्विन शामिल हैं। इनके पार्ट्स आयात करके अभी इन्हें देश में असेंबल किया जाता है। हालांकि, भारत में बने मिड-साइज मोटरसाइकल्स के नए पोर्टफोलियो से कंपनी रॉयल एनफील्ड के मार्केट शेयर में सेंध लगाकर बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से मुकाबला करना चाहती है। टाटा नैनो पर गहराया संकट, कंपनी ने लिया ये डिसिशन BMW ने भारत में लांच की अपनी नयी कार , जाने क्या है ख़ास बिक्री में फिर No . 1 बनी मारुती सुजुकी की ये कार, जाने ख़ास