शहद को सेहत के लिए सबसे अधिक फायदेमंद माना जाता है। जी हाँ, शहद का सेवन करने से शरीर को कई तरह के फायदे मिलते हैं। जी दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि शहद में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन ए, बी, सी, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, सोडियम आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं शहद सेहत के लिए फायदेमंद होने के साथ-साथ कुछ लोगों के नुकसानदायक भी हो सकता है। अब आज हम आपको बताते हैं किन लोगों को और कब शहद का सेवन नहीं करना चाहिए। दांतों को पहुंचाता है नुकसान- जी दरअसल हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि आप दिनभर में शहद का सेवन कितनी मात्रा में करते हैं, इस पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। शहद के अधिक सेवन से दांत और मसूड़ों में सड़न का खतरा बढ़ जाता है। ये लोग रहें ज्यादा सावधान- फ्रुक्टोज शहद में पाई जाने वाली शुगर का मेन स्रोत होता है। जी हाँ और इसे ध्यान में रखते हुए फैटी लिवर की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए यह खतरनाक हो सकता है। एलर्जी कम नहीं करता शहद- एलर्जी की समस्या को ठीक करने के लिए शहद कोई मदद नहीं करता है। जी हाँ, जिन लोगों को पराग के कणों से एलेर्जी है उनको शहद का सेवन नहीं करना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों के लिए- शहद में फ्रुक्टोज की मात्रा पाई जाती है जो कि शुगर का मेन स्रोत होता है। इसके चलते इसका अधिक सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। शहद खाते समय जरूर बरतें ये सावधानियां- डायबिटीज- शहद में चीनी होती है और इसे कम मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए। बड़ी मात्रा में शहद का उपयोग करने से टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। बच्चे- 12 महीने से कम उम्र के शिशुओं को शहद का सेवन नहीं कराना चाहिए। जी हाँ क्योंकि इससे शिशुओं में क्लोस्ट्रीडियम इंफेक्शन का खतरा रहता है, इसके चलते इसे बड़े बच्चों के लिए सुरक्षित माना जाता है। पोलन एलर्जी: पोलन एलर्जी को हे फीवर भी कहा जाता है। जी दरअसल शहद पराग से बनता है और इससे एलेर्जी हो सकती है। ऐसे में अगर आपको फूलों के पराग से एलेर्जी है तो शहद का सेवन न करें। ये हैं भारत की सबसे रोमांटिक 6 जगह, ऐसा मनेगा हनीमून कि हमेशा रहेगा याद चेहरे को गोरा बनाएगा गिलोय, दूध और शहद के साथ करे इस्तेमाल सिर्फ चेहरे के लिए नहीं सेहत के लिए भी वरदान है शहद