बीजिंग: 'बाल्टिक वे' विरोध प्रदर्शन के 30 वर्ष शुक्रवार को पूरे हो गए. इस विरोध प्रदर्शन में सोवियत एस्टोनिया, लातविया और लिथुनिया से 20 लाख लोगों ने हिस्सा लिया. U.S.S.R. से आज़ादी पाने के लिए किए गए इस विरोध प्रदर्शन में 20 लाख लोगों ने मिलकर 600 किमी लंबी मानव श्रृंखला निर्मित की थी. वहीं इस वर्ष 'बाल्टिक वे' के 30 साल पूरे होने पर हांगकांग में 'बाल्टिक वे' की तर्ज पर तक़रीबन 2 लाख लोगों ने मिलकर 45 किमी लंबी ह्यूमन चैन बनाई. हांगकांग की गलियों में बनी यह ह्यूमन चैन क्वलून, ताई वाई इलाकों से लेकर लायन रॉक तक गई. प्रदर्शनकारी अपने साथ टोर्च लेकर मानव श्रृंखला बनाने के लिए एक साथ आए, जिससे बड़ा ही खूबसूरत दृश्य देखने को मिला. शुक्रवार को लोगों ने अपने अधिकारों को लेकर हांगकांग प्रशासन और चीनी सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. शहर की गगनचुंबी इमारतों से लेकर बंदरगाहों, शॉपिंग मॉल्स तक में शांतिपूर्ण ढंग से ह्यूमन चैन बनाकर विरोध जताया गया. आपको बता दें कि 1984 में यूनाइटेड किंगडम और चीन ने Sino-British जॉइन्ट डेक्लरेशन पर हस्ताक्षर किए थे. इसमें हांगकांग को स्वायत्तता, लोकतांत्रिक अधिकार-आजादी देने की बात पर सहमति जताई गई थी. इन्हीं मुद्दों को लेकर हांगकांग में ह्यूमन चैन बनाई गई. गूगल ने जारी किया ना फरमान, दफ्तर में ना करें सियासी बातें, वरना जा सकती है नौकरी G 7 समिट में शामिल होने के लिए फ्रांस रवाना हुए पीएम मोदी, ट्रम्प से कर सकते हैं मुलाकात बहरीन के प्रधानमंत्री से मिले पीएम मोदी, कई समझौतों पर किए हस्ताक्षर