आपने भूतों की कई कहानियां सुन ही रखी होगी. हमारे देश में बचपन में बच्चों को नाना-नानी, दादा-दादी या माँ-पापा सुलाने के लिए भूतों की कहानियां सुनाते थे.भारत में ऐसी कहानियां काफी आम थी जिसे सुनाने के पीछे पेरेंट्स का मकसद सिर्फ इतना ही होता है कि बच्चे परेशान न करे और आराम से सो जाए. लेकिन जापान में भूतों की कहानिया सुनाने के पीछे कुछ और ही कारण है. आइए आपको बताते है वो क्या कारण है जिससे जापान के पेरेंट्स अपने बच्चों को भूतों की कहानियां सुनाकर डराते है. जापान में भूतों में 'राइजिन' और 'कामीनारा-सामा' काफी फेमस नाम है. लेकिन इन नामों की कहानियां सुनाकर जापान में पेरेंट्स अपने बच्चों को सोने के लिए नहीं बल्कि पेट को छुपाने की सलाह देते है. दरअसल जापान में लोगों का मानना है कि बच्चों को ज्यादा संक्रमण पेट से ही होता है इसलिए खुले पेट से बच्चे बीमारी की चपेट में जल्दी आते है. जापान में पेरेंट्स अपने बच्चों को इन नामों की कहानियां सुनकर कहते है कि अपना पेट छुपाकर रखना नहीं तो बहुत आकर पेट खा लेगा. वहीं छोटे बच्चों को स्कुल में भी कुछ ऐसा ही सिखाया जाता है. यहाँ पर माएं अपने बच्चों को 'हारामकी' नाम की ड्रेस पहनती है जिससे उनका पेट ढंका रहता है. हे न गजब की बात. भारत की इन जगहों पर महिलाएं लगाती हैं पुरुषों की बोली फीफा के खुमार में कर दिया ऐसा स्टंट, इंटरनेट पर मचाया तहलका FIFA World Cup: कौन होगा इस बार चैंपियन, बताएगी यह बिल्ली