न्यूयॉर्क: पूरी दुनिया में महामारी की तरह फैट जा रहा कोरोना वायरस लोगों के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है. आज इस वायरस की चपेट में आने से संक्रमितों की संख्या लाखों में हो चुकी है. वहीं कोरोना वायरस से मरने वालों की तादाद भी लगातार बढ़ती ही जा रही है, वहीं कोरोना वायरस महामारी से बेहाल अमेरिका में मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण चिकित्सा व्यवस्था नाकाफी साबित होती जा रही है. सबसे खराब स्थिति न्यूयॉर्क शहर में देखने को मिल रही है. यहां के सभी अस्पताल मरीजों से भर गए हैं. कई पीडि़तों को अब घर में ही रखा जा रहा है. इस बीच, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में लगाई गई पाबंदियों को अप्रैल के आखिर तक बढ़ा दिया है. उन्होंने आने वाले दो हफ्तों में कोरोना के चलते मृत्युदर भयावह होने की आशंका भी जताई है. मिली जानकारी के अनुसार अमेरिका में संक्रमित लोगों का आंकड़ा एक लाख 40 हजार के पार पहुंच गया है और लगभग ढाई हजार लोगों की मौत हो चुकी है. अकेले रविवार को ही 18 हजार नए मामले सामने आए और 255 अमेरिकियों की मौत हो गई.न्यूयॉर्क के कुछ अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों के अनुसार, शहर के अस्पतालों में कोरोना के मामलों की बाढ़ आ गई है. जंहा यह भी कहा जा रहा है कि कुछ रोगियों को उनके घरों में ही छोड़ दिया जा रहा है क्योंकि स्वास्थ्य प्रणाली सभी की देखभाल नहीं कर सकती. उन्होंने बताया कि चिकित्सा संकट को लेकर एंबुलेंस के लिए ठीक उसी तरह फोन कॉल आ रही हैं जैसे नौ सितंबर, 2001 को आतंकी हमले के वक्त आई थीं. शहर में कोरोना वायरस को लेकर गुरुवार को रिकॉर्ड सात हजार से ज्यादा कॉल आईं. इतनी बड़ी संख्या में फोन कॉल 9/11 हमले के बाद कभी नहीं आई थीं. स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि सबसे ज्यादा कॉल सांस लेने में तकलीफ या बुखार को लेकर आ रही हैं. कोरोना वायरस से आजम खान की मौत, गम में डूबा खेल जगत कोरोना पर बोले ट्रम्प, कहा- ऐसा ही हमला 1917 में हुआ था, लेकिन हम तब भी जीते थे लॉकडाउन के बीच नेपाल ने किया बड़ा काम, 1200 फसे पर्यटकों को बचाया