बच्ची के शव को कांधे पर ढोता रहा नाना, हॉस्पिटल ने नहीं दी एम्बुलेंस

फरीदाबाद : अस्पताल की बदहाल व्यवस्था के चलते एक बार फिर एक शख्स को अपने कांधे पर इंसानियत का जनाजा ढोना पड़ा. इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला यह मामला हरियाणा में सामने आया जहा के बीके सिविल हॉस्पिटल में एम्बुलेंस नहीं मिलने की वजह से 9 वर्षीय बच्ची के शव को उसके परिजन कांधे पर उठाकर ढोते रहे. लोगो की नजर जब उनपर पड़ी तो प्राइवेट एम्बुलेंस की मदद से शव को घर पहुंचाया गया.

जानकारी के मुताबिक बीके सिविल हॉस्पिटल में एक 9 वर्षीय बच्ची को गंभीर अवस्था में एडमिट कराया गया. बच्ची को तेज बुखार और दस्त की वजह से डिहाइड्रेशन के शिकायत था. डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की लेकिन बच्ची ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. बच्ची की मौत के बाद जब एम्बुलेंस मांगी गई तो कर्मचारियों ने एम्बुलेंस ख़राब होने की बात कही और दूसरी अन्य एम्बुलेंस देने से मना कर दिया.

बदहवास परिजनों को जब कोई मदद नहीं मिली तो बच्ची के नाना शव को अपने कांधे पर उठाकर घर की तरफ चलने लगे. यह देख अस्पताल प्रशासन का कलेजा तो नहीं पसीजा लेकिन आसपास के लोगो ने इंसानियत का परिचय देते हुए प्राइवेट एम्बुलेंस की व्यवस्था कराइ और बच्ची के शव को घर पहुंचाया.

इस मामले में सिविल हॉस्पिटल के सर्जन का कहना है कि बीके हॉस्पिटल में शव के लिए मोर्चरी में अलग से रेडक्रॉस की ओर से एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है, लेकिन वह एम्बुलेंस खराब है. बाकी दूसरी एंबुलेंस में शव नहीं ले जाया जाता. एंबुलेंस खराब होने के बाद भी उसे ठीक क्यों नहीं कराया गया इस बारे में जाँच की जाएगी. मामले की जांच के लिए हायर कमेटी गठित की है. जो दोषी होगा उसपर कार्यवाही की जाएगी.

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