प्रेग्नेंसी के दौरान अल्ट्रासाउंड एक महत्वपूर्ण जांच होती है, जिससे डॉक्टर यह सुनिश्चित करते हैं कि बच्चा सही तरीके से बढ़ रहा है या नहीं। लेकिन सवाल उठता है कि गर्भावस्था में कितनी बार अल्ट्रासाउंड करवाना जरूरी है? और क्या इसे बार-बार करवाना सुरक्षित है? आइए, जानते हैं इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी। सामान्य रूप से कितनी बार होता है अल्ट्रासाउंड? आमतौर पर, प्रेग्नेंसी के दौरान 2 से 3 बार अल्ट्रासाउंड करवाना पर्याप्त माना जाता है। पहला अल्ट्रासाउंड: यह आमतौर पर प्रेग्नेंसी के शुरुआती 6-8 हफ्तों में किया जाता है। इस अल्ट्रासाउंड से यह पता चलता है कि गर्भ में बच्चा सही तरीके से विकसित हो रहा है और सब कुछ सामान्य है। साथ ही, इस जांच से गर्भाशय में किसी भी समस्या का पता लगाया जा सकता है। दूसरा अल्ट्रासाउंड: इसे 18-22 हफ्तों के बीच किया जाता है, जिसे अनॉमली स्कैन कहा जाता है। इस स्कैन से बच्चे के सभी अंगों के विकास की जांच की जाती है। यह स्कैन बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इससे बच्चे के शारीरिक विकास की पूरी जानकारी मिलती है। यदि किसी प्रकार की कोई समस्या होती है, तो उसे समय पर पहचाना जा सकता है। तीसरा अल्ट्रासाउंड: यह आमतौर पर 32-36 हफ्तों के बीच किया जाता है। इस अल्ट्रासाउंड से बच्चे के वजन, विकास और गर्भ में उसकी स्थिति के बारे में जानकारी मिलती है। यह जांच डॉक्टरों को यह समझने में मदद करती है कि बच्चा सही स्थिति में है या नहीं और डिलीवरी के लिए क्या तैयारी करनी चाहिए। इन तीन अल्ट्रासाउंड्स के जरिए प्रेग्नेंसी की पूरी प्रक्रिया पर नजर रखी जाती है और मां और बच्चे की सेहत का ध्यान रखा जाता है। क्या बार-बार अल्ट्रासाउंड करवाना सही है? हालांकि, अल्ट्रासाउंड जरूरी है, लेकिन इसे बार-बार करवाना कई बार नुकसानदायक भी हो सकता है। गर्भ में बच्चे पर असर: अत्यधिक अल्ट्रासाउंड करवाने से कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह बच्चे के विकास पर असर डाल सकता है। अल्ट्रासाउंड की तरंगें अगर बहुत बार और लंबे समय तक इस्तेमाल की जाएं, तो यह बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। अनावश्यक तनाव: बार-बार अल्ट्रासाउंड करवाने से माता-पिता में चिंता और तनाव बढ़ सकता है, खासकर जब हर बार कोई नई समस्या बताई जाती है। इससे मानसिक रूप से भी प्रभाव पड़ सकता है। खर्चे का बोझ: बार-बार अल्ट्रासाउंड करवाना महंगा भी हो सकता है, जो वित्तीय रूप से बोझ डाल सकता है। यह खासतौर पर उन परिवारों के लिए कठिन हो सकता है जिनकी आर्थिक स्थिति उतनी मजबूत नहीं होती। प्रेग्नेंसी के दौरान अल्ट्रासाउंड करवाना बहुत जरूरी है, लेकिन इसे सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर और सही समय पर ही करवाना चाहिए। यदि आपकी प्रेग्नेंसी सामान्य है और डॉक्टर ने कोई खास जांच नहीं बताई है, तो 2 से 3 अल्ट्रासाउंड काफी होते हैं। बार-बार अल्ट्रासाउंड करवाने से बचें और हमेशा डॉक्टर से सलाह लें ताकि आपकी और आपके बच्चे की सेहत अच्छी बनी रहे। सही समय पर सही जांच से ही आप और आपका बच्चा सुरक्षित रह सकते हैं। ONGC में नौकरी पाने का शानदार मौका, 127000 तक मिलेगी सैलरी ISRO में नौकरी पाने का सुनहरा मौका, 142000 तक मिलेगी सैलरी 12वीं पास के लिए ऑयल इंडिया में निकली नौकरियां, मिलेगी जबरदस्त सैलरी