बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने मशहूर अभिनेता नाना पाटेकर उन बेहतरीन कलाकारों में से हैं, जिनकी फिल्मों में अभिनय हमेशा अन्य कलाकारों से बेहतर माना जाता है। उनके अदा किए गए किरदार आज भी दर्शकों के दिलों में बसे हुए हैं। फिल्म वेलकम में उनका किरदार 'उदय शेट्टी' बच्चों के बीच भी बेहद लोकप्रिय है। नाना पाटेकर को उनकी जबरदस्त अभिनय के लिए कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें नेशनल अवॉर्ड भी सम्मिलित है, जो उन्हें फिल्म परिंदा के लिए मिला था। नेशनल अवॉर्ड किसी भी व्यक्ति और उसके परिवार के लिए गर्व का पल होता है, किन्तु नाना पाटेकर की मां के लिए यह अनुभव कुछ अलग था। हाल ही में एक इंटरव्यू में नाना ने अपनी मां के बारे में बात की तथा अपने नेशनल अवॉर्ड से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा साझा किया। नाना ने कहा, "मेरे पिता के गुजर जाने के बाद, मेरी मां को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता था कि मुझे पैसे मिल रहे हैं या किसी फिल्म के लिए अवॉर्ड मिला है। उनके लिए उनकी पूरी दुनिया मेरे पिता थे। आगे उन्होंने बताया, "जब मुझे फिल्म परिंदा के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला, तो मेरी मां ने कहा कि तुम्हें समझ नहीं है कि किसे अवॉर्ड दिया जाना चाहिए। ऐसा घिनौना और गंदा काम करने वाले को अवॉर्ड नहीं दिया जाता। मेरी मां गांव से थीं और इन सब चीजों से उनका कोई लेना-देना नहीं था।" गौरतलब है कि फिल्म परिंदा में नाना ने गैंगस्टर अन्ना की भूमिका निभाई थी। यदि उनके आगामी प्रोजेक्ट्स की बात करें, तो नाना जल्द ही गदर फेम निर्देशक अनिल शर्मा की फिल्म वनवास में उत्कर्ष शर्मा के साथ दिखाई देंगे। बैक-टू-बैक फिल्में नहीं करना चाहतीं श्रद्धा कपूर, खुद बताई ये वजह हाईवे के सेट पर आलिया भट्ट के साथ हुआ था कुछ ऐसा, इम्तियाज ने किया-खुलासा 29 साल छोटी मोहिनी डे संग रिलेशनशिप में एआर रहमान! वकील ने किया खुलासा