नई दिल्ली: भाजपा ने नीति आयोग संचालन परिषद की मीटिंग का बॉयकॉट करने वाले मुख्यमंत्रियों को आड़े हाथों लेते हुए उनके फैसले को ‘‘जन-विरोधी’’ और ‘‘गैर जिम्मेदाराना’’ करार दिया है। नीति आयोग संचालन परिषद की 8वीं बैठक यहां शनिवार को शुरू हुई। इस मीटिंग में देश को 2047 तक विकसित देश बनाने के मकसद से स्वास्थ्य, कौशल विकास, महिला सशक्तीकरण और बुनियादी ढांचा विकास सहित कई मुद्दों पर मंथन किया जाएगा। भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि नीति आयोग देश के विकास के लिए लक्ष्य निर्धारित करने, रूपरेखा और रोडमैप बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण निकाय है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग की संचालन परिषद की 8वीं बैठक में 100 मुद्दों पर चर्चा करने का प्रस्ताव है, मगर 8 राज्यों के मुख्यमंत्री इसमें शामिल होने के लिए नहीं आ रहे हैं। प्रसाद ने कहा कि, 'वे मीटिंग में हिस्सा लेने क्यों नहीं आ रहे हैं, जिसमें 100 मुद्दों पर चर्चा की जानी है। यदि इतनी बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री हिस्सा नहीं लेते हैं, तो वे अपने राज्यों की आवाज नहीं उठा रहे हैं।' रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह ‘‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण, गैरजिम्मेदाराना और जन विरोधी है।’’ उन्होंने सवाल किया कि, '‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोध करने में आप कहां तक जाएंगे।' प्रसाद ने आगे कहा कि, 'आपको मोदी का विरोध करने के लिए और मौके मिलेंगे, मगर आप अपने राज्य के लोगों को नुकसान क्यों पहुंचा रहे हैं।'’ प्रसाद ने कहा कि 8 मुख्यमंत्रियों द्वारा मीटिंग का बहिष्कार करने का फैसला ‘‘पूरी तरह गैर जिम्मेदाराना’’ है और यह ‘‘जनहित तथा उनके राज्यों के लोगों के हित के खिलाफ’’ भी है। हिन्दू पति के साथ शॉपिंग करने गई मुस्लिम महिला के साथ कट्टरपंथियों ने की बदसलूकी, पहले छेड़ा फिर पीटा बिहार: गिरफ्तार होंगे भाजपा विधायक राजू सिंह, RJD नेता की किडनेपिंग का है आरोप केजरीवाल और मल्लिकार्जुन खड़गे पर दर्ज हुआ केस, राष्ट्रपति पर 'जातिगत' टिप्पणी करने का आरोप !