अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के भगवान राम और भगवान शिव को लेकर दिए बयान को बड़ा खतरनाक करार देते हुए कहा कि कांग्रेस अब हिंदू समाज को विभाजित करने का प्रयास कर रही है। वहीं, खरगे के इस बयान पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कड़ी आपत्ति जाहिर की है। सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में शिकस्त की खिसियाहट को हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ के माध्यम से जाहिर कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने खरगे के जिस बयान का उल्लेख किया, वो उन्होंने 30 अप्रैल को छत्तीसगढ़ की जांजगीर-चांपा लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दिया था। पार्टी प्रत्याशी शिवकुमार डहरिया के समर्थन में वोट मांगते हुए कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा था कि, 'उनका नाम शिव कुमार है, वह राम को समान तौर पर टक्कर दे सकते हैं, क्योंकि वह शिव हैं। मेरा नाम भी मल्लिकार्जुन है, मैं भी शिव हूं। धार्मिक टिप्पणी करके लोगों को गुमराह न करें। लोग अब बुद्धिमान हो गए हैं।' पीएम मोदी ने आज गुजरात के भावनगर में रैली को संबोधित करते हुए खरगे के इस बयान पर हमला बोला। उन्होंने कहा कांग्रेस ने हिंदुओं की आस्था में भी भेद करने का दुस्साहस शुरू कर दिया है। कांग्रेस सुप्रीमो मल्लिकार्जुन खरगे जी उन्होंने एक बड़ा गंभीर विषय छेड़ा है। उन्होंने भगवान राम और भगवान शिव के बारे में बेहद खतरनाक बयान दिया है और वो बदनीयत से दिया गया बयान है, हिंदू समाज को बांटने के लिए खेला गया एक शातिर खेल है। वो राम भक्तों और शिव भक्तों में भेद कर रहे हैं, भेद देख रहे हैं, और भेद करके उन्हें आपस में लड़ाना चाहते हैं। हजारों-हजार वर्षों से चली आ रही हमारी महान परंपरा, राम हो, कृष्ण हो, शिव हो,, ये हमारी संस्कृति है, मुगल भी इसे तोड़ नहीं पाए थे, मल्लिकार्जुन जी, उसे अब कांग्रेस उन्हें तोड़ना चाह रही है। तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस और कितना नीचे गिरेगी?' प्रधानमंत्री ने कहा कि 'कांग्रेस सुन ले, जो राम को खत्म करने के लिए निकला था, उसका क्या हश्र हुआ था।' सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन में 33 फीसद महिलाएं, SC ने दिए चुनाव में आरक्षण लागू करने के निर्देश CBI पिंजरे का तोता या आज़ाद एजेंसी ? सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने दाखिल किया अपना बयान सेक्युलर भारत के माथे पर एक दाग है मराड़ नरसंहार, क्या है बहुसंख्यको के कत्लेआम की कहानी ?