जानिए किस्मत का ग्रहों से क्या हैं सीधा कनेक्शन ?

वैज्ञानिक तौर पर यह सिद्ध हो चुका है कि किसी भी व्यक्ति को स्वस्थ रहने और लम्बी उम्र के लिए बहुत जरूरी है की वह अपनी पूरी नींद लें. परन्तु कभी कभी यह पूरी नींद ही हमारी किस्मत को सकने का काम भी करती हैं. शनि को नींद का प्रमुख तथा चन्द्रमा,शुक्र और बुध भी नींद से सम्बंधित  ग्रह माने जाते हैं . ज्योतिषशास्त्र में लग्न,चतुर्थ,अष्टम और द्वादश भाव से नींद और शैय्या सुख का स्मरण किया जाता है. आइये जानते हैं कब नींद अच्छी आती हैं और कब नहीं.

राशि में शनि की प्रधानता , कुंडली में चन्द्रमा,शुक्र या बुध के अच्छे  स्थान पर होने से,जातक के केंद्र या अष्टम भाव में शुभ ग्रह की उपस्थिति से,कुंडली में जल तत्व की मात्रा मजबूत होने से तथा जिन लोगो के  घर के पास जल का स्रोत होता हैं उन्हें अच्छी नींद आती हैं तथा कर्क,वृश्चिक,मीन,मिथुन,तुला और कुम्भ राशी के लोगों को भी सामान्यतः अच्छी नींद आती है.किसी भी व्यक्ति की अच्छी नींद के लिए यह प्रमुख कारक हैं .

राशि-चक्र में शनि के दूषित होने से भी नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ता हैं.जातक की कुंडली में अग्नि तत्व या पृथ्वी तत्व की प्रधानता से भी नींद नहीं आती हैं. कुंडली में चन्द्रमा या शुक्र के दलित भाव में होने से भी नींद नहीं आती हैं. जिन जातकों का बुध कलेशित होता हैं उन्हें चिंता के कारन नींद नहीं आती हैं. 

 

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