जब से वित्त मंत्री ने इस साल के बजट में शेयरों से हुई कमाई पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स ( एलटीसीजी ) लगाया है , तब से बाजार में गिरावट का दौर जारी है. हालाँकि सरकार वैश्विक कमजोरी को इसका कारण बता रही है. हम सभी जानते हैं कि अच्छा रिटर्न्स हासिल करने की इच्छा सभी करते हैं , लेकिन यह बात निवेश के तरीकों पर निर्भर करती है . इसके लिए निवेश की रणनीति बदलने की जरूरत है .यदि सजग रहें तो नुकसान को कम कर ज्यादा-से-ज्यादा रिटर्न्स पाया जा सकता है. एलटीसीजी टैक्स के असर को इन तरीकों से कम किया जा सकता है. बता दें कि सबसे पहला तरीका तो यह है कि शेयर को जल्दबाजी में खरीदने-बेचने से बचना चाहिए. शेयरों का चुनाव ऐसे करना चाहिए जो हर परिस्थिति में मजबूती से कारोबार करे और जिन्हे जल्दी बेचना नहीं पड़े, ताकि रोके जाने की अवधि लंबी हो. इससे ज्यादा रिटर्न्स मिल सकते हैं.शेयर खरीदने और बेचने की जगह म्यूचुअल फंड्स में निवेश भी किया जा सकता है.इसका फायदा यह है कि आप जब तक म्यूचुअल फंड्स से बाहर नहीं निकलेंगे तब तक कोई टैक्स नहीं लगेगा. तीसरा तरीका यह है कि चूंकि शेयरों से सालाना 1 लाख रुपये तक की कमाई टैक्स फ्री है, यह भी देखें क्या फिर रुलाएगा प्याज ? सेंसेक्स में भारी गिरावट