आप जब भी किसी न किसी कंपनी में जॉब के लिए जाते है तो उसके पहले आपको बड़ी तैयारी करनी होती है , आप अपने आप को prepare करके उपस्तिथि देते है पर कई बार किस न किसी छोटी सी वजह से असफल हो जाते है.जैसा की आप जानते ही होंगे की रिज्‍यूम या सीवी के आधार पर उमीदवार को टेस्‍ट या इंटरव्‍यू के लिए बुलाया जाता है. इसलिए रिज्‍यूम बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान -कॉलेज से पास होने का साल: ज्‍यादातर लोगों की आदत होती है कि वो अपनी रिज्‍यूम में कॉलेज से पास होने का साल लिखते हैं. हालांकि फोर्ब्‍स का कहना है कि अगर आप हाल के पासआउट नहीं हैं तो आपको अपने सीवी में कॉलेज से पास होने का साल नहीं लिखना चाहिए. -भाषा की जानकारी: अगर आपने भाषा से संबंधित जॉब के लिए अप्‍लाई नहीं किया है तो रिज्‍यूम से भाषा की जानकारी वाला कॉलम हटा देना चाहिए. -इंटर्नशिप, फेलोशिप और प्राइज: अपने रिज्‍यूम से इन सभी को पूरी तरह से ना हटाएं, बल्‍कि इंटर्नशिप, फेलोशिप और प्राइज को हटाने से पहले एक बार आपको सेलेक्‍शन करना होगा. इनको हटाने से पहले यह ध्‍यान रखें कि आपके जॉब के लिए किसकी जरुरत है और किसकी नहीं. -तारीख-इसको लेकर कई एक्‍सपर्ट्स के अलग-अलग राय हैं, हालांकि ज्‍यादातर एक्‍सपर्ट्स का मानना है कि सीवी से डेट को हटा देना चाहिए. -रेफरेंस -आप इसे केवल एक संदर्भ के रूप में इस्‍तेमाल कर सकते, क्‍योंकि एक्‍सपर्ट्स का मानना है कि इसे देना जरूरी नहीं होता. इसलिए अगर संदर्भ देने के लिए कहा नहीं जाएं तो इसे ना ही दें. 12 वीं + डिप्लोमा / डिग्री (फार्मेसी) / एमबीबीएस डिग्री धारक के लिए आई वैकेंसी मेल मोटर सर्विस में भर्ती के लिए जल्द करें अप्लाई Ministry of Defence में बहुत से पदों पर फिर होगी भर्ती MPPMCL में आई वैकेंसी के लिए आज आवेदन करने की अंतिम तिथि