शिमला : हिमाचल प्रदेश के मुस्लिम तीन तलाक के समर्थन में कूदे है। यहां के मुस्लिमों ने तीन तलाक का समर्थन करते हुये कहा है कि वे मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के पारंपरिक नियमों में किसी भी तरह की छेड़खानी का विरोध करेंगे। मालूम हो कि केन्द्र की मोदी सरकार तीन तलाक की परंपरा को खत्म करना चाहती है और इसके चलते ही सरकार ने हाल ही के दौरान सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा पेश किया है। तीन तलाक के मुद्दे को लेकर पूरे देश में बहस शुरू हो गई है। इसी बीच हिमाचल प्रदेश के मुस्लिमों ने तीन तलाक का समर्थन किया है और कहा कि पर्सनल लाॅ से किसी भी तरह की छेड़छाड़ न की जाये। बयान देते हुये मौलवियों ने कहा है कि मुस्लिम समाज शरीयत के निर्देशों का पालन करता है। शरीयत का कानून अल्लाह का बनाया हुआ है इसलिये इसके कानून के खिलाफ जाने का तो प्रश्न ही नहीं उठता है। हिमाचल प्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ख्वाजा खलिलउल्लाह का कहना है कि वर्षों से मुस्लिम समाज में तीन तलाक की धार्मिक परंपरा है, इसे खत्म कैसे किया जा सकता है। इसी तरह वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मुरीद हुसैन और अन्य प्रमुख मुस्लिमजनों ने भी बदलाव की बात को धार्मिक परंपरा के विपरित करार दिया है। तीन तलाक पर न हो ज्यादा बहस