नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्‍ली इस समय गंभीर वायु प्रदूषण से जूझ रही है और पिछले कुछ दिनों से यह प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है. इस लगातार बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए कुछ दिनों पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश देते हुए कहा था कि दिल्ली में फटाखे केवल रात आठ से दस बजे के बीच ही फोड़े जाए. लेकिन कोर्ट के इस आदेश के बावजूद भी कई लोगों ने धड़्डले से देर रात तक फटाखे जलने जारी रखे और इन मनचलों की गलती का खामियाजा अब हर दिल्लीवासी को भुगतना पड़ रहा है. WHO की रिपोर्ट में भयावह खुलासा, दुनिया के शीर्ष 20 प्रदूषित शहरों में से 13 भारत के दरअसल देश की राजधानी दिल्ली में कल सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देशों बावजूद लोगों पर देर रात तक भारी मात्रा में फटाखे फोड़ना जारी रखा. इन फटाखों की वजह से राजधानी दिल्ली के प्रदूषण का स्तर गंभीर रूप से बढ़ गया है और पहले से ही ख़राब स्थिति में पहुंच चुकी दिल्ली की हवा की गुणवत्ता अब अत्यनत ख़राब श्रेणी में पहुंच गई है. प्रदूषण से दिल्ली में हालात बदतर, सोमवार को फिर छाई धुंध मौसम विभाग और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अधिकारीयों के मुताबिक दिल्ली में दिवाली की रात बड़े पैमाने पर हुई आतिशबाजी की वजह से इस शहर में प्रदूषण का स्तर अब सीवियर प्लस एमरजेंसी यानी अत्यंत गंभीर और आपातकालीन श्रेणी में प्रवेश कर चूका है. यह प्रदूषण 'सामान्य' प्रदुषण से तक़रीबन दस गुना अधिक है. ख़बरें और भी मेरठ : अधेड़ व्यक्ति ने 3 साल की मासूम के मुंह में फोड़ा सुतली बम, हालत गंभीर सीपीसीबी ने कहा दीवाली के बाद दिल्ली में लगे भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक बढ़ते प्रदूषण को देख चीन ने बनाया दुनियाँ का सबसे बड़ा एयर प्यूरीफायर