प्रशासन की लापरवाही से जले किसानों के सपने

भोपाल: मध्य प्रदेश के सतना जिले के एक खेत में टांसफार्मर से निकली चिंगारी ने सैकड़ों एकड़ में खड़ी फसल के साथ-साथ कई किसानों और उनके परिवार के सपनों को भी जलाकर ख़ाक कर दिया. अपनी मेहनत को इस तरह तबाह होते देख किसानों ने तुरंत अग्निशामक विभाग को सुचना दी, लेकिन जब तक अग्निशामक दल अपने वाहन के साथ खेत पहुंचा तब तक फसल राख़ में और किसानों के आंसू क्रोध में बदल चुके थे.

समय पर फायर ब्रिगेड के न पहुंचने से नाराज किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने फायर ब्रिगेड में तोड़फोड़ की और डायल 100 वाहन को नाले में फेंक दिया. किसानों से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की दोपहर को अमरपाटन तहसील के गोपालपुरा गांव के एक खेत में लगे टॉसर्फामर से निकली चिंगारी से खड़ी फसल में आग लग गई. अचानक इस आग ने विकराल रूप ले लिया, आग लगातार बढ़ती गई और आसपास के खेतों को अपनी चपेट में ले लिया.

किसान गणेश पांडे ने संवाददाताओं को बताया कि फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी मगर वह भी दो घंटे से ज्यादा देरी से पहुंची तब तक आग तो दूसरे गांव के खेतों तक पहुंच गई. किसानों ने बताया कि देरी से पहुंचने के बाद भी फायर ब्रिगेड कुछ काम नहीं कर पाई और अग्निशामक वाहन बिगड़ गया, जिसके बाद किसानों का जिससे किसानों का गुस्सा और भडक़ उठा और उन्होंने वाहन में तोडफ़ोड़ कर दी. इतना ही नहीं पुलिस वाहन डायल 100 को भी किसानों ने नाले में धकेल दिया, मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अफसरों को भी गुस्से का सामना करना पड़ा. हालांकि हादसे के बाद पहुंचे प्रशासनिक अधिकारीयों ने किसानों को उचित मुआवज़ा दिलवाने का आश्वासन दिया है. 

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