पटना: बिहार के जहरीली शराब कांड को लेकर बड़ी बात सामने आई है। बिहार में निकाय चुनाव के लिए आज प्रथम चरण का मतदान है। मतदाताओं को लुभाने के लिए परसा नगर पंचायत वार्ड 10 से उम्मीदवार ने लोगों को मुफ्त में शराब पिलाई थी। तत्पश्चात, लोगों की तबीयत बिगड़ना आरम्भ हो गई थी। बीमार लोगों को उपचार के लिए उम्मीदवार समर्थक का धर्मेंद्र राय अपनी गाड़ी से हाजीपुर चिकित्सालय में लेकर आया था। लेकिन उपचार के चलते लोगों ने दम तोड़ना आरम्भ कर दिया था। जान गंवाने वाले परसा पंचायत के रहने वाले मृतक की पत्नी एवं शराब पीने से बीमार हुए व्यक्ति ने उम्मीदवार द्वारा उपलब्ध कराई गई शराब पीने के बाद तबीयत बिगड़ने की बात भी कही थी। गौरतलब है कि छपरा जिले में जहरीली शराब के चलते हुई मौतों की संख्या अब 80 हो गई है। छपरा के अतिरिक्त सारण, सिवान और बेगूसराय में भी शराब के चलते मौतें हुई हैं। जहरीली शराब मामले की जांच के लिए SIT गठित कर दी गई है। वही जहरीली शराब से मौत होने का खुलासा तब हुआ था जब 16-17 दिसंबर की रात सारण के परसा के ग्रामीण पुलिस की नजर से बचकर उपचार कराने हाजीपुर पहुंचे थे। परसा पोझी में जहरीली शराब से बीमार हुए कई लोग हाजीपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल में मिले, जहां उपचार के चलते 2 व्यक्तियों की मौत हो गई थी। खुलासा हुआ की सभी ने स्थानीय निकाय चुनाव के उम्मीदवार की शराब पार्टी में शराब पी थी, तत्पश्चात, सभी की तबीयत बिगड़ी थी। भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर बोले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अवतार 2 देखते ही हो गई शख्स की दर्दनाक मौत 'तेजस्वी यादव को बना दीजिए बिहार का CM', नीतीश कुमार को PK ने दी सलाह