हैदराबाद: हैदराबाद में हुसैन सागल झील लोगों के बीच काफी पॉपुलर है, जहां झील के बीच में गौतम बुद्ध की बड़ी सी प्रतिमा लगी हुई है। लोग यहं नाव पर बैठकर पहुंचते हैं। किन्तु गूगल मैप इस झील का नाम जय श्री राम सागर दिखने के बाद गूगल की मैपिंग पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि बाद में इसे ठीक कर दिया गया। लोग यह देखकर चकित थे कि हुसैन सागर झील को किस तरह जय श्री राम सागर झील के तौर पर गूगल मैप पर दर्शाया जा सकता है। सोशल मीडिया पर लोगों ने गूगल मैप की कड़ी आलोचना की। एक ट्विटर यूजर ने ट्वीट करके लिखा कि अब हैदराबाद की हुसैन सागर झील जय श्री राम सागर है, हैरानी की बात यह है कि गूगल इसे एडिट करने का ऑप्शन नहीं दे रहा है। गौरतलब है कि हुसैन सागर झील को गुली कुतुब शाह ने 1563 में बनवाया था। गूगल के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी ने गूगल मैप को बेहतर बनाने के लिए बहुत पैसा निवेश किया है, लोगों की स्थानीय जानकारी को शामिल करने और गूगल को बेहतर बनाने की कोशिशें जारी हैं। गूगल की तरफ से कहा गया है कि कभी-कभी लोग गलत सुझाव और नाकारात्मक जानकारी दे देते हैं, जिसे हम ठीक करते हैं। गूगल के प्रवक्ता ने आगे कहा कि जब लोग गलत या नकारात्मक जानकारी देते हैं तो हम उसे जल्द से जल्द सही करने का पूरा प्रयास करते हैं। इससे पहले गूगल मैप पर सलारगंज पुल का भी बदलकर नाम छत्रपति शिवाजी ब्रिज कर दिया गया था। इतना ही नहीं ब्रिज के नीचे से गुजरने वाली नदी का नाम भी बदल कर मूसी से मुचुकुंड कर दिया गया था। ट्रिपल आईटी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की तैयारियां शुरू देश में अरबपतियों की संख्या में आई गिरावट, मगर संपत्ति में हुई वृद्धि पीएमसी बैंक घोटाले के लिए अनुराग ठाकुर ने इन्हें ठहराया जिम्मेदार