हाइपोथायराइड, जिसे थायराइड की कमी भी कहते हैं, एक ऐसी स्थिति है जिसमें थायराइड ग्लैंड्स पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं करती हैं। इस स्थिति के कारण शरीर में थकान, ठंड के प्रति संवेदनशीलता, तेज दिल की धड़कन और एनीमिया का खतरा हो सकता है। यदि हाइपोथायराइड का समय पर इलाज नहीं किया जाए, तो इससे चेहरे की बनावट और आकार में भी बदलाव आ सकते हैं। हाइपोथायराइड के प्रभाव से चेहरे की बनावट पर पड़ने वाले असर: चेहरे पर सूजन: हाइपोथायराइड के कारण चेहरे पर सूजन हो सकती है। थायराइड हार्मोन की कमी से स्किन में ग्लाइकोसामिनोग्लाइकन नामक मॉलेक्यूल का जमाव हो जाता है, जिससे पानी अट्रैक्ट होता है और त्वचा में तरल पदार्थ जमा होने लगता है। त्वचा की ड्राईनेस: हाइपोथायराइड के कारण त्वचा सूखी, ठंडी, पीली और मोम जैसी हो सकती है। यह छूने पर सख्त महसूस होती है और कई बार पपड़ी भी छूटने लगती है। बालों का झड़ना: इस स्थिति के कारण बालों का झड़ना शुरू हो जाता है, जिसमें आइब्रो के बाल भी शामिल हो सकते हैं। एक्ने और आंखों के आसपास सूजन: हाइपोथायराइड के कारण चेहरे पर एक्ने हो सकते हैं और आंखों के चारों ओर सूजन हो सकती है। आवाज में बदलाव: थायराइड ग्लैंड के कम एक्टिव होने से आवाज में बदलाव आ सकता है, जिससे आवाज धीमी और भारी हो सकती है। आंखों और नाक में बदलाव: कभी-कभी आंखों और नाक में भी बदलाव देखे जा सकते हैं, जैसे कि नाक का चौड़ा होना और आंखों का बड़ा दिखना, जो सूजन और त्वचा के बदलाव के कारण होता है। हालांकि, हाइपोथायराइड का सही इलाज इन सभी समस्याओं को सुधार सकता है। पढ़ाई में कमजोर है बच्चा? तो अपनाएं ये 5 टिप्स, तेज हो जाएगा दिमाग पेट की चर्बी से हैं पेरशान तो कर लें इस एक चीज का सेवन, जल्द दिखेगा असर जानलेवा हो सकती है पीलिया की बीमारी, इन लक्षणों को भूलकर भी न करें अनदेखा