पटना: विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा ने दावा किया है कि उन्होंने समर्थन के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कई बार फोन किया किन्तु उन्होंने रिसीव नहीं किया है। नीतीश कुमार की तरफ से समर्थन न प्राप्त होने पर हैरानी व्यक्त करते हुए सिन्हा ने कहा कि ओडिशा के मुख्यमंत्री ने द्रौपदी मुर्मू का इसलिए समर्थन किया क्योंकि वो ओडिशा से ही आती हैं। इसी प्रकार उनकी जड़ें भी बिहार से हैं। सिन्हा ने कहा, 'राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए जैसे ही मेरे नाम की घोषणा हुई तो मैंने नीतीश कुमार से फोन पर कई बार बात करने का प्रयास किया मगर उनकी तरफ जवाब कभी नहीं आया। हो सकता है कि मेरे स्तर इतना न हो कि मैं उनका वक़्त ले सकूं।' बता दें कि जिस वक़्त यशवंत सिन्हा ये बातें मीडिया से बोल रहे थे उस वक़्त उनके साथ बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, शत्रुघ्न सिन्हा, एवं लालकृष्ण आडवाणी के पूर्व सहयोगी सुधीन्द्र कुलकर्णी उपस्थित थे। सिन्हा ने कहा, 'ये बिहार के लिए अच्छा होता कि 60 वर्षों के पश्चात् फिर कोई प्रदेश से राष्ट्रपति बनता। राजेंद्र प्रसाद के बाद बिहार कोई और बेटा देश के सबसे बड़े पद बैठता'। बिहार से अपना रिश्ता जोड़ते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि पटना शहर में पैदा हुए यहीं उन्होंने पढ़ाई की तथा पढ़ाया भी। तत्पश्चात, बिहार कॉडर में आईआईएस बनकर सेवा की। यशवंत सिन्हा ने कहा कि उनको समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर क्यों नीतीश कुमार ने उनका समर्थन किया। इससे पहले भी बिहार की बेटी मीरा कुमार को भी समर्थन देने से मना कर दिया था जबकि वहीं शिवसेना प्रतिभा पाटिल का केवल इसलिए समर्थन किया था क्योंकि वो महाराष्ट्र थीं। जबकि शिवसेना उस वक़्त कांग्रेस के खिलाफ थी। ब्यूरोक्रेट से नेता बने यशवंत सिन्हा निरंतर द्रौपदी मुर्मू पर भी हमला बोल रहे हैं। उनका कहना है कि वो केवल रबर स्टांप राष्ट्रपति बनकर काम करेंगी। उन्होंने द्रौपदी मुर्मू के नामांकन की तस्वीर का भी जिक्र किया कैसे वो पीएम नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में नामांकन दाखिल कर रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिभा पाटिल को भी रबर स्टांप माना जा रहा था किन्तु उन्होंने स्वयं से नामांकन पेपर जमा किए थे। किन्तु मुर्मू के पेपर तो पीएम ही जमा कर रहे हैं। वहीं इस अवसर पर यशवंत सिन्हा ने तेजस्वी यादव की भी खूब प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वो अच्छा काम कर रहे हैं। देश की भांति बिहार भी गलत हाथों में चला गया है। उम्मीद है कि लोग दोबारा भी तेजस्वी पर भरोसा करेंगे। 'आज 17 साल का बच्चा भी गांधी को गाली देता है...', कुमार विश्वास ने क्यों कही ये बात ? 'सभी मोदी चोर हैं..', टिप्पणी मामले में राहुल गांधी की याचिका ख़ारिज, चलेगा मानहानि का केस 'मुलायम यादव ISI एजेंट हैं..,' कहने वाले यशवंत सिन्हा को क्यों सपोर्ट कर रहे अखिलेश ?