मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में नहीं हैं। जब उनसे पूछा गया कि महायुति (एनडीए गठबंधन) की सरकार बनने पर कौन मुख्यमंत्री बनेगा, तो शिंदे ने कहा कि यह उनका लक्ष्य नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए नारे "एक हैं तो सेफ हैं" पर प्रतिक्रिया देते हुए शिंदे ने इसे बिल्कुल सही बताया। शिंदे ने अपने बयान में अजित पवार का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अजित पवार महायुति गठबंधन की कमजोर कड़ी नहीं बनेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को दोहराते हुए शिंदे ने राहुल गांधी को चैलेंज दिया। मोदी ने राहुल से बाला साहेब ठाकरे को "हिंदू हृदय सम्राट" कहने की चुनौती दी थी। शिंदे ने इसे दोहराते हुए कहा कि अगर राहुल गांधी में हिम्मत है तो वे बाला साहेब को "हिंदू हृदय सम्राट" कहकर दिखाएं। शिंदे ने खुद को बाला साहेब का सच्चा अनुयायी बताया। शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि अगर बाला साहेब आज होते, तो उद्धव को सलाह देते कि वे जंगल में जाकर वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी करें। शिंदे ने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब के विचारों को त्यागकर शिवसेना के चुनाव चिन्ह धनुष-बाण को कांग्रेस के साथ बांध दिया। शिंदे ने कहा कि उद्धव ने स्वार्थ और मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा के कारण कांग्रेस से हाथ मिलाया, जो बालासाहेब के विचारों के विपरीत था। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वही पार्टी कभी बालासाहेब की आलोचना करती थी, लेकिन उद्धव ने उन्हीं के साथ गठबंधन किया। शिंदे ने बताया कि उन्होंने और उनके साथ 50 विधायकों ने भाजपा के साथ गठबंधन बनाए रखने के लिए कदम उठाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ चुनाव लड़ा और जीता, इसलिए उनके साथ सरकार बनानी चाहिए थी, लेकिन उद्धव ने ऐसा नहीं किया। शिंदे ने भाजपा की पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका भाजपा के साथ जाने का फैसला हिम्मत वाला कदम था। रिसॉर्ट के स्विमिंग पूल में तैरते हुए डूबी तीन युवतियां, तीनों की मौत MVA के लिए वोट जिहाद की अपील कर विवादों में घिरे सज्जाद नोमानी, हुई शिकायत दिल्ली चुनाव से पहले भाजपा को झटका, AAP में शामिल हुए पूर्व विधयक अनिल झा