नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र बिंदु बताने को लेकर कहा है कि, वे इससे भी अधिक कठिन शब्दों का उपयोग पाकिस्तान के लिए कर सकते थे। उन्होंने कहा कि, सीमा पार आतंकवाद फैलाने में पाकिस्तान का बड़ा हाथ रहता है तथा अब दुनिया को आतंकवाद को लेकर चिंतिंत हो जाना चाहिए। दरअसल, सोमवार को ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री के साथ बैठक के चलते भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना उसे आतंकवाद का केंद्र बिंदु बताया था। तत्पश्चात, ऑस्ट्रिया के नेशनल ब्रॉडकास्टर ओआरएफ को दिए एक इंटरव्यू में जब पत्रकार ने पाकिस्तान के लिए इस प्रकार की बात बोलने पर जयशंकर से सवाल पूछा तो उन्होंने यह जवाब दिया है। पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र बिंदु कहने के सवाल पर एस जयशंकर ने कहा कि, ''क्योंकि आप एक राजनयिक हैं, इसका अर्थ ये नहीं कि आप सच नहीं बोलेंगे। मैं इससे भी अधिक कठिन शब्दों का उपयोग कर सकता हूं। इसलिए मेरा यकीन कीजिए, भारत के साथ जो हो रहा है, उसके लिए आतंकवाद का केंद्र बिंदु बहुत छोटा और राजनयिक शब्द है।'' पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए एस जयशंकर ने कहा कि, ''यह वो देश है, जिसने कुछ वर्षों पहले भारत की संसद पर हमला कराया, मुंबई शहर पर हमला कराया, जो हर रोज सीमा पार से दहशतगर्दों को भारत भेजता है।'' एस जयशंकर ने कहा कि ''जब दिनदहाड़े ही शहरों में दहशतगर्दों के कैंप संचालित हो रहे हैं तो क्या आप सच में मुझे बता सकते हैं कि पाकिस्तान को कुछ पता ही नहीं कि क्या चल रहा है। विशेष रूप से जब उन्हें मिलिट्री स्तर की ट्रेनिंग दी जा रही हो।'' एस जयशंकर ने यूरोपीय देशों पर हमला बोलते हुए आगे कहा कि, ''इसलिए जब हम विचारों और मूल्यों की बात करते हैं तो यूरोप के देश दशकों से हो रही इन हरकतों की निंदा क्यों नहीं करते हैं।'' वहीं पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध के प्रश्न पर एस जयशंकर ने कहा कि, उन्हें लगता है कि दुनिया को इस वक़्त आतंकवाद को लेकर चिंतित होने की आवश्यकता है। एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया को इस बात से चिंतित होना चाहिए कि आतंकवाद निरंतर बढ़ता जा रहा है, फिर भी दुनिया इसे अनदेखा कर रही है। आगे विदेश मंत्री ने कहा कि दुनिया को लगता है कि यह उनकी दिक्कत है, क्योंकि यह दूसरे देशों के साथ हो रहा है। जबकि दुनिया को यह चिंता करने की आवश्यकता है कि आतंकवादियों से मिल रही चुनौतियों का कैसे मजबूती से सामना किया जाए। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को ऑस्ट्रिया दौरे पर अपने समकक्ष अलेक्जेंडर शालेनबर्ग के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। एस जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद का प्रभाव केवल एक क्षेत्र पर नहीं होता है, विशेष रूप से उस वक़्त जब वह ड्रग्स, अवैध हथियारों के कारोबार सहित अन्य प्रकार के अंतरराष्ट्रीय अपराधों से गहरी तरह से जुड़ा हुआ हो। एस जयशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, ''जब आतंकवाद का केंद्र बिंदु भारत के इतना अधिक करीब है, तो अपने आप ही हमारा अनुभव दूसरों के लिए काम का है।'' आगे जयशंकर ने कहा कि, हमने बार-बार कहा है कि आतंकवाद एवं हिंसा से मुक्त वातावरण के भीतर भारत भी पाकिस्तान के साथ अच्छे पड़ोसी की भांति रहने की इच्छा रखता है। एस जयशंकर ने कहा कि, भारत ने हमेशा पाकिस्तान से कहा है कि वार्ता और आतंकवाद एक साथ आगे नहीं बढ़ सकते हैं। इसलिए हमने कई बार पाकिस्तान से भारत पर हमले करने वाले आतंकी संगठनों के विरुद्ध सख्त कदम उठाने के लिए भी कहा है। ऑनलाइन गेम खेलने वाले सावधान! सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम हाथी के आगे डांस कर लड़की को देख अचंभित हुए आनंद महिंद्रा, वीडियो शेयर कर कही ये बात एक ही परिवार के 8 लोगों की हुई दर्दनाक मौत, 4 वर्षीय मासूम ने दी मुखाग्नि तो देखकर रो पड़ा हर कोई