पटना: बृहस्पतिवार को बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने जहानाबाद में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के क्षेत्रीय कार्यालय के उद्घाटन के चलते भूमिहार जाति पर की गई टिप्पणी से एक नई जंग शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, "मैं भूमिहार जाति को अच्छी प्रकार से जानता हूं। जब लोकसभा चुनाव हुए, तो इस जाति के लोग नीतीश कुमार का साथ छोड़कर चले गए।" मंत्री चौधरी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि अगर कोई उम्मीदवार किसी के दरवाजे पर दो-तीन बार दस्तक नहीं देता, तो उसे खराब माना जाता है, किन्तु अगर वही उम्मीदवार भूमिहार जाति का हो तथा उसने यह काम कभी नहीं किया हो, तो उसे अच्छा माना जाता है। यह टिप्पणी उन्होंने लोकसभा चुनाव में जदयू के अति पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार को भूमिहार समुदाय से समर्थन न मिलने के संदर्भ में की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने भूमिहारों के गांवों में सड़कें बनवाईं, किन्तु जब अति पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार को टिकट दिया गया, तो भूमिहारों ने समर्थन देने से हाथ खींच लिए। मंत्री ने अपने बयान में यह भी संकेत दिया कि विधानसभा चुनावों में भूमिहार समुदाय के नेताओं को टिकट न प्राप्त हो सकता है, जिससे सियासी माहौल और गर्म हो गया है। राजस्थान HC ने पलटा कांग्रेस सरकार का फैसला, अब 2+ बच्चे वालों को प्रमोशन नहीं नक्सली इलाकों के गरीब छात्रों को मिलेगा बिना ब्याज एजुकेशन लोन, जानिए कैसे? भाभी ने काट दिया ननद का प्राइवेट पार्ट, चौंकाने वाली है वजह