पटना: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने हाल ही में अपने क्रिकेट करियर को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के कई स्टार खिलाड़ी उनके बैचमेट रहे हैं, जिनमें से विराट कोहली भी एक हैं, जो एक समय में उनकी कप्तानी में खेले थे। तेजस्वी ने दावा किया कि वे एक अच्छे क्रिकेटर थे, लेकिन इसका उन्होंने कभी खास जिक्र नहीं किया। उनका क्रिकेट करियर चोट के कारण खत्म हुआ, जब उनके पैर के दोनों लिगामेंट्स टूट गए और उन्हें मजबूरन क्रिकेट छोड़ना पड़ा। तेजस्वी यादव, जो आज बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं, ने एक इंटरव्यू के दौरान यह बातें साझा कीं। राजनीति में आने से पहले वह एक क्रिकेटर थे, हालांकि उन्होंने क्रिकेट में वह सफलता हासिल नहीं की जो राजनीति में उन्हें मिली। तेजस्वी ने अपने छोटे से करियर में केवल एक रणजी मैच खेला और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी वह दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) टीम का हिस्सा रहे, लेकिन उन्हें चार सीजन में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। तेजस्वी दिल्ली की अंडर-17 और अंडर-19 क्रिकेट टीम का हिस्सा भी रहे थे, और इस दौरान उन्होंने विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ियों के साथ खेला। उन्होंने यह भी बताया कि वे अंडर-15 दिल्ली टीम में विराट कोहली के कप्तान थे। 2008 में हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए तेजस्वी को भारतीय टीम में स्टैंडबाय खिलाड़ी के तौर पर रखा गया था। तेजस्वी का क्रिकेट के प्रति रुझान बचपन से ही था, और उन्होंने कम उम्र में ही क्रिकेट की ट्रेनिंग शुरू कर दी थी। जब उनके पिता लालू प्रसाद यादव केंद्र सरकार में रेल मंत्री थे, उसी समय तेजस्वी का क्रिकेट करियर उभरने लगा। हालांकि, अपने संक्षिप्त करियर में उन्होंने केवल 37 रन बनाए और एक विकेट लिया। वे एक ऑलराउंडर के रूप में खेलते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तेजस्वी ने 2003 में दिल्ली की अंडर-15 टीम के लिए जम्मू-कश्मीर के खिलाफ अपना डेब्यू किया था, और उस समय विराट कोहली उनकी कप्तानी में खेले थे। हालांकि, इसके बाद तेजस्वी ने झारखंड की ओर से खेला और उनके द्वारा खेले गए मैचों में चार टी20, दो लिस्ट ए, और एक फर्स्ट क्लास मैच शामिल हैं। लेकिन उन्होंने झारखंड के लिए कुल मिलाकर सीमित संख्या में मैच खेले और उनका प्रदर्शन औसत ही रहा। तेजस्वी ने अपने क्रिकेट करियर में झारखंड की ओर से खेलते हुए फर्स्ट क्लास मैच में 20 रन, लिस्ट ए मैचों में 14 रन और एक विकेट लिया। टी20 में उन्होंने सिर्फ 3 रन बनाए। 2009 में उन्होंने अपना पहला मैच खेला और 2010 में अंतिम मैच खेला। लगातार चोटों के कारण उन्होंने क्रिकेट से दूरी बनाने का फैसला किया और फिर उनके पिता लालू यादव ने उन्हें राजनीति में प्रवेश कराया, जहां से तेजस्वी की सियासी यात्रा शुरू हुई। तेजस्वी यादव का क्रिकेट से राजनीति में आने का सफर निश्चित रूप से दिलचस्प है, और अब वह बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जबकि उनका क्रिकेट करियर एक दुर्भाग्यपूर्ण चोट के कारण थम गया। 1895 में हुआ था गणेशोत्सव पर पहला हमला, आज भी कट्टरपंथियों का वही पुराना पैटर्न 'राहुल गांधी की जुबान काटने वाले को..', शिवसेना विधायक का विवादित बयान, ये आक्रोश क्यों? क्या है भाजपा सरकार की 'सुभद्रा' योजना ? पंजीकरण के लिए उमड़ी महिलाओं की भीड़