गुवाहाटी: ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने एक इंटरव्यू में देश पर सबसे लंबे समाय तक शासन करने वाली पार्टी कांग्रेस, की मौजूदा स्थिति और असम के राजनीतिक परिदृश्य पर अपने विचार व्यक्त किए। अजमल ने दावा किया कि कांग्रेस लगभग विलुप्त हो चुकी है, फिर भी राहुल गांधी ने पार्टी की गिरावट को स्वीकार किए बिना अपनी राजनीतिक यात्रा पर निकले हुए हैं। यहाँ अजमल राहुल की भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र कर रहे थे। अजमल ने पूर्वोत्तर राज्यों में मुस्लिम समुदाय के बीच महत्वपूर्ण प्रभाव होने के बावजूद असम में उन्हें अपने गठबंधन में शामिल नहीं करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा कि हालांकि INDIA ब्लॉक असम में सक्रिय है, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें शामिल नहीं करने का फैसला किया। नतीजतन, अजमल 14 में से केवल तीन सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, जहां कांग्रेस प्रतिस्पर्धा नहीं कर रही है। उनका प्राथमिक उद्देश्य केंद्र और राज्य दोनों में भाजपा को सत्ता से हटाना है। अजमल ने कहा कि, “आलम ये है कि कांग्रेस बिल्कुल समाप्त हो गई है। राहुल जी अब तक पदयात्रा और न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। इधर, मैदान लुट रहा है और वे लोगों को यात्रा में प्रशिक्षण दे रहे हैं।” कांग्रेस के भीतर नेतृत्व संकट के बारे में अजमल ने गुलाम नबी आजाद और सलमान खुर्शीद जैसे मजबूत नेताओं की अनुपस्थिति पर अफसोस जताया। उन्होंने कांग्रेस के पतन के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया और उन पर RSS के प्रभाव से घिरे होने का आरोप लगाया। अजमल ने पार्टी की गिरावट पर ध्यान देने और उसे संभालने की कोशिश करने के बजाए राहुल गांधी की पदयात्रा और न्याय यात्रा जारी रखने की भी आलोचना की। अजमल ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की राजनीतिक कौशल को स्वीकार किया और दावा किया कि अगर कांग्रेस ने उन्हें मुख्यमंत्री नियुक्त किया होता, तो भाजपा असम में पैर नहीं जमा पाती। अजमल के अनुसार, सरमा की क्षमता को पहचानने में राहुल गांधी की विफलता के कारण राज्य में भाजपा का उदय हुआ। अजमल ने भारतीय मुसलमानों की दुर्दशा पर भी चिंता व्यक्त की और दावा किया कि उनके पास मजबूत नेतृत्व और समर्थन की कमी है। उन्होंने उन्हें मंच साझा करने की अनुमति नहीं देने के लिए इंडिया ब्लॉक की आलोचना की, क्योंकि उन्हें डर था कि इससे हिंदू समुदाय में गलत संदेश जा सकता है। अजमल ने भारतीय राजनीति में मुसलमानों के प्रतिनिधित्व की आवश्यकता पर जोर दिया। AIDUF प्रमुख ने कहा कि, “भारत के मुस्लिम से अधिक उत्पीड़ित फिलहाल कोई नहीं है। भारतीय मुसलमान के पास न कोई नेतृत्व है और न ही उनके साथ कोई खड़ा होने वाला है। मैं 15 वर्षों तक UPA में था। अभी INDIA ब्लॉक देश में बड़ी-बड़ी बात करता है, मगर इसने मुझे मंच पर नहीं बैठने दिया। उन्होंने (UPA वालों ने) कहा कि, यदि हमने दाढ़ी-टोपी वाले को स्टेज पर बैठाया, तो हिन्दुओं में गलत मैसेज जाएगा।” पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले मोहम्मद सकलेन को गुजरात ATS ने दबोचा, व्हाट्सएप के जरिए करता था खेल 'SC/ST और OBC का आरक्षण ख़त्म कर देंगे..', अमित शाह का वादा, कांग्रेस ने फैलाया फर्जी Video, दर्ज हुई FIR उधमपुर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में VDG का सदस्य शहीद