नई दिल्ली: कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे का एक बयान हाल ही में विवाद का विषय बना है। शिंदे ने कहा कि जब वे गृहमंत्री थे, तो उन्हें सलाह दी जाती थी कि वे कश्मीर जाएं और वहां जाकर भाषण करें, डल झील की सैर करें, और जनता से मिलें। यह सुझाव इस उद्देश्य से था कि ऐसा करने से उनकी लोकप्रियता बढ़ेगी और लोग देखेंगे कि वे बिना डर के कश्मीर गए हैं। हालांकि, शिंदे ने खुलासा किया कि वे इस सलाह को लेकर असहज महसूस करते थे और उनके अनुसार, "सच कहूं तो मेरी फ$% (आपत्तिजनक शब्द) रही थी।" यह बयान शिंदे की अपनी किताब के विमोचन के अवसर पर दिया गया, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और दिग्विजय सिंह जैसे दिग्गज नेता मौजूद थे। बीजेपी ने शिंदे के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि शिंदे ने स्वीकार किया कि वे कश्मीर जाने से डरते थे, लेकिन आज राहुल गांधी को कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा करते और स्नो फाइटिंग करते देखा जा सकता है। पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) जम्मू-कश्मीर को आतंक के दिनों में वापस ले जाना चाहते हैं। दोनों दल जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में गठबंधन में लड़ रहे हैं। जहाँ NC ने अपने घोषणापत्र में वादा किया है कि वो 370 और 35 A को वापस लागू करेगी और आतंकवाद के आरोपों में जेल में कैद लोगों को कानूनी सहायता देगी। अब कांग्रेस भी इसी NC के साथ है, तो जाहिर है कि सरकार बनने के बाद दोनों एक जैसे ही काम करेंगे। बहरहाल, इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शिंदे की तारीफ की और कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के लिए 9 बजट पेश किए, जबकि आजकल बजट जल्दी बदलते हैं। खड़गे ने यह भी उल्लेख किया कि शिंदे फिल्मों में आना चाहते थे, लेकिन जातिगत भेदभाव के कारण उन्हें अनुमति नहीं दी गई। दिग्विजय सिंह ने शिंदे की सराहना करते हुए कहा कि गृहमंत्री के तौर पर उन्होंने उत्तर पूर्व से लेकर कश्मीर तक आतंकवाद का सख्ती से मुकाबला किया। 'भारत में ऐसा बोलकर दिखाएं, कोर्ट में घसीटूंगा..', राहुल के बयान पर बोले सिख नेता एक ही लड़की के प्यार में पड़े 2 सगे भाई, और फिर जो हुआ... 'राहुल गांधी के नाटक से सावधान रहें..', आखिर क्यों भड़कीं बसपा सुप्रीमो मायावती ?