पटना: बिहार के पूर्णिया के कांग्रेस सांसद पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद उन्होंने गृह मंत्रालय से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने दावा किया है कि उन्हें लॉरेंस बिश्नोई गैंग से धमकी मिली है। इसके बाद, पप्पू यादव ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा को वाई कैटेगरी से बढ़ाकर जेड कैटेगरी करने की अपील की है और बिहार के सभी जिलों में पुलिस सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है। पप्पू यादव ने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें सुरक्षा नहीं दी जाती है और उनकी हत्या होती है तो इसके लिए केंद्र और बिहार सरकार जिम्मेदार होंगे। उन्होंने गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा कि वे बिहार विधानसभा सदस्य और 6 बार सांसद (लोकसभा) रह चुके हैं। इस दौरान, उन पर और उनके परिवार पर कई बार जानलेवा हमले हुए हैं, जिसमें नेपाल के माओवादी संगठनों सहित जातिवादी अपराधी भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि 2015 में नेपाल के माओवादी संगठन ने उन्हें धमकी दी थी, जिसके बाद केंद्रीय गृह विभाग ने उन्हें वाई प्लस सुरक्षा प्रदान की थी। पप्पू यादव ने कहा कि 2019 में उनकी सुरक्षा को घटाकर वाई श्रेणी कर दिया गया। सुरक्षा में कमी का फायदा उठाते हुए, लोकसभा चुनाव के दौरान कुछ अपराधियों ने सोशल मीडिया पर उन्हें गालियाँ दी और जान से मारने की धमकियाँ दी। उन्होंने धमकियों के बारे में संबंधित अधिकारियों को सूचित किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब, जब लॉरेंस बिश्नोई गैंग लगातार देश में आपराधिक घटनाएं कर रहा है और पप्पू यादव ने इसका विरोध किया, तो गैंग के प्रमुख ने उन्हें मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दी है। पप्पू यादव का आरोप है कि इतनी बड़ी धमकी मिलने के बाद भी बिहार और केंद्रीय गृह मंत्रालय निष्क्रिय बने हुए हैं। उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें धमकी देने वाले तीन लोगों में से एक ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बताया है। दूसरा धमकी भरा कॉल दुबई से आया है और तीसरे शख्स, मयंक सिंह, ने फेसबुक पर धमकी दी है। एक व्यक्ति, अज्जू लॉरेंस, ने पहले उन्हें लॉरेंस बिश्नोई की तस्वीर भेजी और फिर उन्हें 9 बार कॉल किया। कॉल का जवाब न देने पर, उसने धमकी भरा वॉइस मैसेज भेजा। पप्पू यादव ने अपनी सुरक्षा बढ़ाने की गुहार लगाई है ताकि उनकी जान को किसी भी तरह का खतरा न हो। महाराष्ट्र में भाजपा की तीसरी लिस्ट जारी, फडणवीस के PA को भी टिकट SGPC में फिर अकाली सरकार, चौथी बार अध्यक्ष चुने गए हरजिंदर सिंह धामी राजस्थान सरकार का वकील ही पेश नहीं हुआ, SC से छूट गया कुख्यात गौतस्कर नाजिम