लखनऊ : IAS अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत के मामले में हज़रतगंज थाने ने FIR दर्ज़ कर ली है. FIR दर्ज़ होने से पहले कर्नाटक कैडर के IAS अफसर अनुराग का परिवार यूपी के चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ से मिला. योगी आदित्यनाथ से मिलकर अनुराग के परिवार ने घटना की पूरी जानकारी दी और इस मामले CBI जांच की मांग की. CM ने अनुराग के परिवार को CBI से जांच कराने का भरोसा दिलाया है और यह भी कहा इस मामले में UP पुलिस पूरी तरह निष्पक्ष जांच करेगी. CBI द्वारा जांच कराये जाने पर भी CM विचार करेंगे. DGP मलखान सिंह का कहना है की सरकार की तरफ से इस मामले की जांच CBI से कराये जाने की सिफारिश की जाएगी. योगी आदित्यनाथ से अनुराग के भाई ने मुलाक़ात कर कहा कि अनुराग की मौत हादसा नहीं बल्कि सोची समझी साजिश और हत्या है. उसका मोबाइल का लॉक भी तोड़ा गया है इसलिए इस मामले की पूरी तरह से जांच होनी चाहिए ताकि अपराधियों पर उचित कार्यवाही की जा सके. अनुराग की मौत पर उनके परिवार का कहना है कि अनुराग किसी घोटाले की जांच में जुटे हुए थे और जल्दी ही वह इस घोटाले के अपराधी का पर्दाफाश करने वाले थे उससे पहले उनकी हत्या कर दी गयी. बता दें की हज़रतगंज स्थित मीराबाई सरकारी गेस्ट हाउस में उनका शव बरामद हुआ था. इस दौरान एक CCTV फुटेज सामने आने से इस मामले में सनसनी फ़ैल गई है। ये फुटेज 16 मई की है जिसमे अनुराग के साँथ लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी के वाइस चेयरमैन प्रभु नारायाण भी दिखाई दे रहे हैं. दोनों लखनऊ के आर्यन रेस्तरां में सांथ थे. रात के 10 बजे दोनों ने साँथ में ही डिनर किया था और गेस्ट हॉउस में भी दोनों सांथ ही ठहरे थे. लेकिन फुटेज में ऐसा कुछ भी नहीं है जिस पर शक किया जा सके. इसके बाद 17 मई को अनुराग की मौत की खबर मीडिआ में आयी थी. इसके लिए अनुराग के भाई मयंक तिवारी ने CM से CBI जांच की याचना की और कहा अगर उनकी सुनवाई नहीं होती है तो वे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से इस विषय में मुलाकात करेंगे. सड़क किनारे मिला IAS का शव ज्वाईंट मजिस्ट्रेट बनाए गए मुख्य विकास अधिकारी, योगी सरकार ने किया 25 IAS को यहां से वहां मंत्री द्वारा आईएएस अफसर को पागल कहे जाने की हो रही आलोचना