राहुल द्रविड़ को आईसीसी ने हॉल ऑफ फेम में शामिल कर लिया. इस गौरवशाली पल के दूसरे ही पल हर क्रिकेट लवर के जहन में जो एक बात गुंजी वो ये थी कि सचिन का क्या. जाहिर सी बात है सवाल जायज था. द्रविड़ ये ख़ास सम्‍मान पाने वाले पांचवें भारतीय क्रिकेटर हैं और उनसे पहले बिशन सिंह बेदी, सुनील गावस्कर, कपिल देव और अनिल कुंबले को इस क्लब में जगह मिल चुकी है. फिर सचिन क्यों नहीं. क्योकि इन पांचो नामो के वजन के मुकाबले सचिन का रुतबा कही भी कम नहीं है. अभी तक 84 क्रिकेटर इस सम्‍मान से नवाजे जा चुके हैं, जिसमें 77 पुरुष और सात महिलाएं शामिल हैं. अगर देशों की बात की जाए तो इंग्‍लैंड के सबसे अधिक 28 क्रिकेटर यह सम्‍मान पा चुके हैं. इसके बाद ऑस्‍ट्रेलिया (25), वेस्‍टइंडीज(18), भारत और पाकिस्‍तान (5), न्‍यूजीलैंड (3), दक्षिण अफ्रीका (2) और श्रीलंका के एक खिलाड़ी को हॉल ऑफ फेम से सम्‍मानित किया गया है. मगर ICC का एक नियम सचिन के आड़े आ रहा है जिसके मुताबिक, जिन क्रिकेटरों ने पिछले पांच साल में किसी तरह की इंटरनेशनल क्रिकेट में हिस्‍सा नहीं लिया हो उन्‍हीं का नाम इस ख़ास सम्‍मान के लिए शामिल किया जा सकता है इस हिसाब से सचिन ने नवंबर 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 200वें टेस्‍ट के रूप में खेला था. इस नियम के अनुसार सचिन को फ़िलहाल प्रशंसकों के साथ पांच महीने तो और रुकना होगा. सचिन के बयान के समर्थन में आए वकार यूनिस सचिन, पोंटिंग और लारा जैसे दिग्गजों को पछाड़ इन गुमनाम क्रिकेटर ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड ICC के नियमों पर सवालिया निशान लगाता सचिन का बयान