IPL का दौर चल रहा है और बाद कुछ ही दिनों में इसका फाइनल भी हो जायेगा. आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान, महेंद्र सिंह धोनी ने चेन्नई में खेले गए IPL के ग्रुप मैचों में 3 बार टॉस जीता और तीनों ही बार बोलिंग करने का फ़ैसला लिया. इसके पीछे मुख़्य वज़ह रही-ओस. ये कह सकते हैं कि पिच को देखते हुए धोनी टॉस जितने के बाद फैसला लेते हैं. अब बात करें कुछ एग्जाम की तो जहां CSK अपने ख़िताब को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहीं है, वहीं IIT मद्रास ने भी कप्तान की मदद करने के लिए वैज्ञानिक तथ्यों और आंकड़ों के आधार पर ये सवाल हल करने की कोशिश की, कि चेन्नई को मौसम के अनुसार पहले बल्लेबाज़ी करनी चाहिए या फ़ील्डिंग. दरअसल, ये सवाल IIT मद्रास के प्रोफ़ेसर ने अपने छात्रों से पूछा था. उन्होंने पूछा कि, मुंबई इंडियंस के खिलाफ़ आईपीएल क्वालीफ़ायर 1 में टॉस जीतने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी को क्या करना चाहिए. यही सवाल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. असल में सवाल कुछ ऐसा था जिसे आप नीचे पढ़ सकते हैं. सेमेस्टर परीक्षा में प्रश्न पूछा गया 'ओस डे एंड नाईट क्रिकेट मैच मे अहम भूमिका निभा सकता है. आउटफ़ील्ड में अत्यधिक ओस गेंद को गीला कर देती है. स्पिनरों के लिए गीली गेंद को पकड़ना और उसे स्पिन करवाना मुश्किल होता है. तेज़ गेंदबाज़ों के लिए गेंद को ज़्यादा दूर तक फेंकना मुश्किल होता है. इसलिए ये फ़ील्डिंग टीम को नुकसान में डाल सकता है. आईपीएल 2019 के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स के 7 मई को चेपॉक स्टेडियम में क्वालीफायर खेलने की संभावना है. 7 मई को मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार, चेन्नई में आर्द्रता 70 प्रतिशत होने की उम्मीद है. खेल की शुरुआत में तापमान 39 डिग्री होने की उम्मीद है. दूसरी पारी की शुरुआत में तापमान 27 डिग्री तक गिरने की संभावना है. इस जानकारी के आधार पर, अगर धोनी टॉस जीतते हैं, तो आप पहले बल्लेबाजी या फ़ील्डिंग की सिफ़ारिश करेंगे. अपने उत्तर को उचित सिद्ध करें.' इसी के साथ बता दें कि इस प्रश्न पत्र का एक स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी इसे शेयर किया गया.उस दिन संयोग से 7 मई को खेले गए मैच में धोनी ने ही टॉस जीता और पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला लिया. मगर CSK 131/4 का मामूली स्कोर ही बना पाया. और 6 विकेट से हार गया. समंदर में गिरा महिला का फ़ोन और व्हेल ने कर दिया ये काम, देखें वीडियो टपकती छत के नीचे छाता लेकर पढ़ाता है ये टीचर रमज़ान के महीने में बाजार में नहीं है रूह अफ़ज़ा, जानें क्या है कारण