दिल्ली: केपटाउन टेस्ट में हुए बॉल टेंपरिंग विवाद के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद आईसीसी ने गुरुवार को कहा है कि वह गेम में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अपनी आचार संहिता, खिलाड़ियों के व्यवहार और गलतियों पर दंड से जुड़े प्रावधानों की समीक्षा करेगी. इसी कड़ी में गंभीर उल्लघंन जैसे बॉल टेंपरिंग और स्लेजिंग संबंधित सजा में जल्द ही संशोधन हो सकता है. आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा, 'पिछले कुछ सप्ताहों में जो हुआ, हमें उससे आगे जाना होगा, लेकिन इस उम्मीद से नहीं कि लोग इसे भूल जाएंगे बल्कि इससे सकारात्मक चीजें सीखते हुए आगे निकलना होगा और विश्व भर के प्रशंसकों को विश्वास दिलाना होगा कि वे क्रिकेट पर विश्वास कर सकते हैं.' रिचर्डसन ने कहा, 'हमें यह साफ करना होगा कि किस तरह का व्यवहार मान्य है और किस तरह का नहीं.' रिचर्डसन ने कहा कि यह समीक्षा आईसीसी को मौका देगी कि वह देखे कि 21वीं सदी में यह खेल कैसा होना चाहिए. उन्होंने कहा, 'यह हमें मौका देगा कि हम सोच सकें कि 21वीं सदी में खेल कैसा होना चाहिए और खिलाड़ियों के व्यवहार के पैमानों को दोबारा परख सकें.' उन्होंने कहा, 'दो चीजों पर हमारा ध्यान होगा. पहला, आचार संहिता पर. मामले की गंभीरता को देखते हुए उसके स्तर की समीक्षा करना और साफ तरह से संहिता को परिभाषित करना जिसमें हर गतल काम शामिल हो तथा उस पर दी जाने वाली सजा की समीक्षा भी की जा सके.' उन्होंने कहा, 'दूसरा, हम स्प्रिट ऑफ क्रिकेट कोड बनाएंगे जिसमें साफ तौर से बताया जाएगा कि खेल को खेलने का सही मतलब क्या है.' इन्होंने बनाए IPL के पांच सबसे तेज शतक बॉल टेम्परिंग विवाद में गौतम गंभीर ने किए नए खुलासे बॉल टेंपरिंग: स्मिथ के आंसुओं से आया सैलाब, दिग्गजों ने कहा...