नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण की टेस्टिंग बढ़ाने को लेकर विपक्ष का सरकार पर हमला करना जारी है. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कोरोना की जांच को बढ़ाने की मांग की. उन्होंने कहा कि कोरोना को हराने के लिए जांचों की संख्या को बढ़ाना होगा और वायरस से आगे रहकर काम करना होगा. टेस्टिंग की तादाद बढ़ाने को लेकर ही अब इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने बड़ा बयान दिया है. ICMR के वैज्ञानिक रमन गंगाखेडकर ने कहा कि कोरोना के एक संक्रमित मामले के लिए हम 24 लोगों का टेस्ट कर रहे हैं. मतलब स्पष्ट है कि इसमें 23 लोगों की कोरोना की जांच रिपोर्ट निगेटिव है, किन्तु फिर भी हम टेस्ट कर रहे हैं. रमन गंगाखेडकर ने कहा कि जापान में एक संक्रमित मामले के लिए 11.7 लोगों का टेस्ट हो रहा है, अमेरिका में ये 5.3 है और यूके में यही अनुपात 3.4 है, जबकि भारत एक पॉजिटिव केस के लिए 24 लोगों की कोरोना जांच कर रहा है. बता दें कि राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस वार्ता करते हुए सरकार से टेस्टिंग बढ़ाने के लिए कहा है. राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को जांच के लिए एक रणनीति तैयार करनी होगी, ताकि कहीं पर भी कोई कोरोना पीड़ित व्यक्ति ना बच पाए. ICMR के वैज्ञानिक रमन गंगाखेडकर ने प्रेस वार्ता में कहा कि एंटीबॉडी टेस्ट प्रत्येक क्षेत्र में इस्तेमाल करने का फायदा नहीं. इसे हॉटस्पॉट में इस्तेमाल से ही लाभ होगा. देश में अबतक कोरोना वायरस के 2 लाख 90 हजार से अधिक टेस्ट हुए. इसमें से 30, 043 टेस्ट बुधवार को किए गए. इसमें से 26,331 टेस्ट ICMR लैब और 3,712 टेस्ट प्राइवेट लैब में किए गए. उन्होंने कहा कि हमारे पास 8 सप्ताह तक टेस्ट करने के लिए किट मौजूद है. रूपए में आई रिकॉर्ड गिरावट, अब तक के सबसे निम्न स्तर पर पहुंचा एशिया की आर्थिक वृद्धि दर रहने वाली है शून्य, जाने क्यों निवेश करने को लेकर इन बातों से दुविधा में रहते है लोग