बैंगलोर: कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस सहित तमाम सियासी दलों द्वारा मतदाताओं को अपने पाले में करने की कोशिशें की जा रही हैं। 10 मई को होने वाली वोटिंग से पहले राजनेताओं की धुंआधार जनसभाएं हो रही हैं। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज यानी मंगलवार (2 मई) को राज्य के मैसूर इलाके में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमित शाह ने मैसूर में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार करते हुए कहा कि, 'यदि कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी सरकार बनाने में कामयाब हो जाती है और सिद्धारमैया जीत जाते हैं, तो ये लोग कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) पर से प्रतिबंध हटा देंगे।' बता दें कि PFI संगठन भारत को 2047 तक ‘इस्लामी राष्ट्र’ बनाने के मिशन पर काम कर रहा है, जिसके लिए वो मुस्लिम युवाओं को हथियारों की ट्रेनिंग देकर हिंसा के लिए तैयार कर रहा है, ताकि देश की सत्ता पर कब्ज़ा किया जा सके और भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाया जा सके। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की जांच में ये खुलासा होने के बाद बाद केंद्र सरकार ने इसे बैन कर दिया था। वहीं, अमित शाह ने कांग्रेस के पूर्व सीएम सिद्धारमैया को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, उन्होंने अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल में भ्रष्टाचार के सिवा कुछ भी नहीं किया। गृह मंत्री ने कहा कि, 'कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक को केंद्र का ATM बना दिया था। सिद्धारमैया के शासन में कर्नाटक में केवल भ्रष्टाचार ही हुआ। सिद्धारमैया के कार्यकाल में इतना भ्रष्टाचार हुआ कि पूरे भारत में सर्वाधिक भ्रष्टाचार करने वाली सरकार सिद्धारमैया की सरकार ही थी। ‘लिंगायतों ने यहां भ्रष्टाचार किया है’ – यह कहकर सिद्धारमैया ने लिंगायत समुदाय का तिरस्कार किया है। निजलिंगप्पा और वीरेंद्र पाटिल को हटाकर पहले भी कांग्रेस पार्टी लिंगायत समुदाय का अनादर कर चुकी है।' यूपी निकाय चुनाव: राहुल-प्रियंका कर्नाटक में व्यस्त, यूपी में किसके भरोसे कांग्रेसी ? मुस्लिमों को आरक्षण, बजरंग दल पर बैन ! कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने किए ये वादे शराब घोटाले में राघव चड्ढा भी शामिल ! सिसोदिया-केजरीवाल के बाद ED की चार्जशीट में नया नाम