स्ट्रीट डॉग्स के प्रति सावधानी बरतना आवश्यक है, क्योंकि कई लोग डॉग बाइट का शिकार हो जाते हैं। कुत्ते द्वारा काटे जाने के बाद रेबीज का खतरा बढ़ जाता है, जो एक गंभीर और संभावित रूप से जानलेवा बीमारी है। यह समस्या मुख्य रूप से कुत्तों, बिल्लियों, लोमड़ियों और चीलों के काटने से उत्पन्न होती है। इस लेख में हम जानेंगे कि कुत्ते के काटने पर आपको क्या करना चाहिए और इससे बचाव कैसे कर सकते हैं। रेबीज: एक गंभीर समस्या रेबीज एक वायरल संक्रमण है जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। अगर कुत्ता या कोई अन्य संक्रमित जानवर आपको काटता है, तो वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है। अगर इसका इलाज समय पर न किया गया, तो यह जानलेवा हो सकता है। हर साल, लाखों लोग कुत्ते के काटने से प्रभावित होते हैं, और इसका अधिकतर कारण ये जानवर होते हैं जो टीकाकृत नहीं होते। कुत्ते के काटने पर क्या करें 1. काटे गए स्थान को साफ करें कुत्ते के काटने के बाद सबसे पहले घाव को साफ करना बेहद जरूरी है। साबुन और पानी: घाव को कम से कम 15 मिनट तक साबुन और पानी से धोएं। इससे गंदगी, बैक्टीरिया और लार हट जाएंगे, जिससे संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। इंफेक्शन के लक्षण: घाव के चारों ओर सूजन, लालिमा या मवाद आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 2. खून बहने पर क्या करें अगर कुत्ते ने गंभीरता से काटा है और खून बह रहा है, तो: दबाव लगाना: एक साफ कपड़े को घाव पर रखें और हल्का दबाव डालें। इससे खून बहना कम होगा। उच्च स्तर पर रखना: अगर संभव हो, तो घायल अंग को हृदय के स्तर से ऊपर उठाएं, ताकि खून बहना नियंत्रित हो सके। 3. क्या न करें कुत्ते के काटने के बाद कुछ गलतियां कर सकते हैं जो घाव को और अधिक नुकसान पहुंचा सकती हैं। हाइड्रोजन पेरोक्साइड या अल्कोहल: इनका उपयोग करने से बचें, क्योंकि ये घाव को और भी अधिक परेशान कर सकते हैं और घाव के उपचार में बाधा डाल सकते हैं। घाव को न बांधें: घाव को ढकने से पहले उसे अच्छे से साफ कर लें। अनावश्यक रूप से बांधना घाव के उपचार में बाधा डाल सकता है। चिकित्सा सहायता लें 1. इंजेक्शन की आवश्यकता कुत्ते द्वारा काटे जाने पर उचित चिकित्सा उपचार जरूरी है। टेटनस इंजेक्शन: यह सुनिश्चित करने के लिए कि संक्रमण का खतरा न हो, टेटनस इंजेक्शन लगवाना आवश्यक है। रेबीज का टीका: रेबीज के लिए पांच खुराकों की आवश्यकता होती है। ये आमतौर पर काटने के दिन, तीसरे दिन, सातवें दिन, चौदहवें दिन, और फिर 30वें दिन दी जाती हैं। यह इलाज संक्रमण के लक्षणों के उभरने से पहले शुरू किया जाना चाहिए। 2. डॉक्टर से परामर्श कुत्ते के काटने के बाद डॉक्टर से परामर्श करना न भूलें। वे आपके लिए उचित उपचार और टीकाकरण की व्यवस्था करेंगे। यदि आप यह सुनिश्चित नहीं कर पा रहे हैं कि कुत्ता टीकाकृत था या नहीं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लेना आवश्यक है। बचाव के उपाय 1. कुत्तों के प्रति सावधानी बरतें अजनबी कुत्तों से दूर रहें: यदि कोई कुत्ता अजनबी है, तो उसके पास जाने से बचें। विशेष रूप से, पालतू कुत्तों के मालिकों से पूछें कि वे क्या प्रशिक्षित हैं। सही व्यवहार: अगर कुत्ता आक्रामक नजर आ रहा है, तो चुपचाप पीछे हटें और उसे अकेला छोड़ दें। 2. पालतू कुत्तों के लिए टीकाकरण नियमित टीकाकरण: यदि आपके पास पालतू कुत्ता है, तो सुनिश्चित करें कि उसे नियमित रूप से टीका लगाया गया है। यह न केवल आपके लिए, बल्कि समाज के लिए भी सुरक्षा सुनिश्चित करता है। कुत्ते के काटने की घटनाओं से बचने के लिए जागरूकता और सावधानी बरतना आवश्यक है। यदि आप या कोई जानने वाला इस समस्या का शिकार होता है, तो सही जानकारी और उचित उपचार से स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। हमेशा याद रखें, कुत्ते द्वारा काटे जाने पर त्वरित कार्रवाई करना जीवनदायिनी हो सकती है। ऑफिस के काम से बढ़ गया है तनाव? तो राहत के लिए अपनाएं ये ट्रिक्स नहाने के पानी में मिला दें ये एक चीज, मिलेंगे जबरदस्त फायदे महिलाओं के दिल को है खास देखभाल की जरूरत, इन बातों का रखें ध्यान