कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज केंद्र सरकार द्वारा किए गए नोटबंदी के फैसले पर एक बार फिर हमला बोला है. राहुल ने इस फैसले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि नोटबंदी एक अच्छी पहल नहीं थी. यदि वह देश के प्रधानमंत्री होते तो नोटबंदी के प्रस्ताव को कचरे के डिब्बे में फेंक देते. गौरतलब है कि राहुल गांधी साउथ एशियाई देशों की पांच दिन की यात्रा पर है जहां उन्होंने आज मलेशिया यात्रा की शुरुआत की है. इस दौरान राहुल ने कुआलालंपुर में भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत भी की. यहां राहुल से पूछा गया कि वह नोटबंदी को अलग तरह से कैसे लागू करते? इस सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि '' यदि मैं प्रधानमंत्री होता और कोई मुझे नोटबंदी करने के प्रस्ताव की फाइल देता तो मैं उसे कचरे के डिब्बे में, कमरे से बाहर या कबाड़खाने में फेंक देता". इसके आलावा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, ''मैं इस तरह इसे( नोटबंदी) लागू करता क्योंकि मेरे हिसाब से नोटबंदी के साथ ऐसा ही किया जाना चाहिए क्योंकि यह किसी के लिए भी अच्छी नहीं है." बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के इस सवाल जवाब के सेशन का एक वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने शुरुआत से ही नोटबंदी का विरोध किया है. राहुल ने हर मंच पर नोटबंदी को गलत फैसले के रूप में ही दिखाया है. राहुल ने नोटबंदी के विरोध में ऐसे कई तथ्य पेश किए है जो इस बात का सबूत है कि नोटबंदी को पूरी तरह से सही फैसला नहीं कहा जा सकता. एक कमरें से लेकर 58967 शाखाओं तक का आरएसएस का सफर गोरखपुर -फूलपुर उप चुनाव का मतदान कल जया बच्चन ने दाखिल किया नामांकन, करोड़ों की है कर्जदार