लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और पूर्व सीएम मायावती ने मंगलवार को प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित किया. यूपी की राजधानी लखनऊ में हुए बसपा के इस सम्मेलन में पहुंचे लोगों और यूपी की जनता से मायावती ने कई वादे किए. इनमें से एक वादा यह भी है कि 2022 में यदि बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनी तो अब वह स्मारक-पार्क और मूर्तियां नहीं बनवाएंगी, बल्कि जमकर विकास कराएंगी. दरअसल, लखनऊ और नोएडा में बने दलित प्रेरणा स्थल, बड़ी-बड़ी मूर्तियां को लेकर अक्सर मायावती को टारगेट किया जाता है. अपनी उस छवि से बाहर निकलने के प्रयास में मायावती ने अब जनता से विकास की बात की. हालांकि, मायावती ने आगे यह भी कहा कि फिर भी यदि दलित-पिछड़ों से अलग कोई दूसरी समुदाय ऐसी कोई मांग करता है तो उसे देखा जाएगा. मायावती ने आगे कहा कि, 'यदि कुछ धर्म-जाति के लोग चाहते हैं कि उनके संत, गुरुओं का आदर सम्मान करें, तो ऐसा अवश्य किया जाएगा.' कार्यक्रम में मायावती ने कहा कि ब्राह्मणों के साथ ही क्षत्रिय और OBC समाज को भी हमें साथ लेकर चलना है और उन्हें जोड़ना है. मायवती ने कहा कि, 'बसपा ये वादा करती है की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने पर ब्राह्मण समाज का पूरा ध्यान रखा जाएगा, उन्हें उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा और जो भी गलत कार्यवाही की गई है, इनके खिलाफ उसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी और जिन अधिकारियों को दोषी पाया जाएगा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.' 'सार्वजनिक की जाए कृषि कानूनों पर बनी रिपोर्ट..', CJI को अनिल घनवट ने लिखा पत्र अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा- "अमेरिका अफगानिस्तान चार्टर उड़ानों को सक्षम..." क्या अब सभी राज्यों की विधानसभा में 'नमाज़ पढ़ने' के लिए अलग कमरा बनेगा ?