भगवान शनि को ज्योतिष में क्रूर ग्रह कहा गया है, इसलिए व्यक्ति इनका नाम सुनकर ही डर जाते हैं। मगर शनि को कर्मफलदाता भी बोला जाता है। बोला जाता है कि वे मनुष्य के कर्मों के अनुसार उसे फल देते हैं। यदि कुंडली में शनि शुभ स्थिति में बैठे हैं तो ये मनुष्य को रंक से राजा बना सकते हैं। मगर शनि की अशुभ स्थिति राजा को भी निर्धन बना सकती है। हालांकि ज्योतिष विशेषज्ञों का इस मामले में कहना है कि यदि शनिवार के दिन कुछ खास उपाय किए जाएं तो शनि के अशुभ प्रभावों को भी शुभ प्रभावों में बदला जा सकता है। यदि आप भी शनि के अशुभ प्रभावों को झेल रहे हैं, तो इन उपायों को कीजिए।।। 1- अगर शनि कुंडली के प्रथम भाव में बैठकर अशुभ असर दे रहा हो तो मनुष्य को शनिवार के दिन दूध में थोड़ी चीनी मिलाकर बरगद अथवा पीपल के वृक्ष में चढ़ाना चाहिए तथा नीचे से गीली मिट्टी लेकर माथे पर तिलक लगाना चाहिए। 2- अगर शनि दूसरे घर में अशुभ फल दे रहा हो तो शनिवार के दिन आपको अपने माथे पर दूध अथवा दही का तिलक लगाना चाहिए। साथ-साथ सांप को दूध पिलाना चाहिए। 3- तीसरे भाव में बैठे शनि के दुष्प्रभावों से बचने के लिए शनिवार के दिन काले तिल, केले तथा नींबू का दान करें। कुत्तों की सेवा करें तथा मांस मदिरा का सेवन ना करें। 4- चौथे घर में विराजमान शनि के अशुभ फल से बचने के लिए शनिवार के दिन भैंस तथा कौए को खाना दें। निर्धनों तथा जरूरतमंदों की सहायता करें। उन्हें अपनी सामर्थ्य के मुताबिक दान दें। बहते पानी में शराब को प्रवाहित करें। 5- पांचवे भाव में शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए लोहे का छल्ला हाथ में पहनें तथा साबुत मूंग की दाल को किसी जरूरतमंद को शनिवार के दिन दान करें। भारत के 74% मुस्लिम चाहते हैं शरिया कोर्ट, 'अमेरिकी थिंक टैंक' के सर्वे में हुए कई बड़े खुलासे क्या आपके विवाह में भी आ रही है परेशानियां या कारोबार में हो रहा है नुकसान? तो अपनाएं तुलसी से जुड़े ये उपाय पापियों के लिए बहुत खतरनाक होती है यमपुरी की यात्रा, दी जाती है ये यातनाएं