लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में हिस्ट्री डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। विक्रम ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। प्रोफेसर ने एक पोस्ट में लिखा, 'अगर आज प्रभु श्री राम होते तो मैं ऋषि शम्भुक का वध करने के लिए उनको IPC की धारा-302 के तहत जेल भेजता। अगर आज कृष्ण होते तो महिलाओं के साथ सेक्सुअल हैरेसमेंट के केस के लिए उनको भी जेल में भेजता?' वही इस विवादित टिप्पणी के पश्चात् लोग आक्रोशित हो उठे। बजरंग दल संयोजक शुभम कुशवाहा ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस को दी शिकायत में उन्होंने कहा कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ। विक्रम ने हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करके हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने पुलिस से प्रोफेसर को अरेस्ट करने एवं विश्वविद्यालय प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग की। वही इस मामले को लेकर विश्व हिंदू परिषद भी आक्रोशित है। विहिप ने भी प्रोफेसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। प्रांत संगठन मंत्री नितिन ने कहा कि ऐसी अपमानजनक टिप्पणी करके हिंदू समाज को उद्वेलित किया जा रहा है। यह सुनियोजित है। समाज में अशांति फैलाने के लिए ऐसी टिप्पणी की गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन तथा पुलिस तुरंत कानूनी कार्यवाही करे। आपको बता दें कि प्रोफेसर द्वारा इस प्रकार की पहली टिप्पणी नहीं है। कई वर्ष पूर्व भी प्रोफेसर ने विवादित टिप्पणी की थी। इसको लेकर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों में काफी आक्रोश था। प्रोफेसर के खिलाफ विद्यार्थियों ने प्रदर्शन भी किया था। 'बस भाजपा टिकट दे दे, डिप्टी सीएम सिंहदेव के खिलाफ लड़ जाऊंगा चुनाव', कांग्रेस MLA ने दिया खुला ऑफर खड़गे ने PM मोदी को लिखा पत्र, नड्डा बोले- 'मुझे यह देखकर हैरानी होती है कि...' परीक्षा में हिजाब की अनुमति, कुर्ता-पजामा पर प्रतिबंध..! कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के दोहरे रवैये पर उठे सवाल