प्रतिदिन बढ़ती जा रही घटनाओं की कहानी थमने के बजाए और भी गति पड़ती जा रही है। इतना ही नहीं इन्ही छोटी बड़ी घटनाओं का शिकार होकर न जाने कितने लोग अपनी जान से हाथ धो रहे है। साथ ही अब तो हर किसी के दिल और दिमाग में एक ही सवाल है, कि क्या आज के समय में अपने घरों में रहना सुरक्षित है भी या नहीं। वहीं आज हम आपके लिए एक ऐसा ही केस लेकर आए है, जिसकों सुनने के बाद आप भी सोच में पड़ जाएंगे।।।। जी हां मैसुरु में सोमवार को एक सिविल इंजीनियर की मौत से गुस्साई भीड़ ने एक पुलिस वाहन पर हमला कर दिया और यातायात पुलिसकर्मियों पर वार करना शुरू किया। पुलिस ने कहा कि 47 वर्षीय सिविल इंजीनियर तेज गति से मोटरसाइकिल चला रहा था और पुलिसकर्मियों ने वाहन की कार्रवाई के लिए उसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन उसने बाईँ ओर से तेज गति से निकलने का प्रयास की और इसी दौरान मोटरसाइकिल फिसलने के कारण से उसकी मौके पर मौत हो गई। इस घटना से गुस्साई भीड़ ने एक पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया और यातायात पुलिसकर्मियों पर हमला करना शुरू कर दिया। जंहा इस बात का पता चला है कि पुलिस उपायुक्त प्रकाश गौड़ा घटनास्थल पर पहुंचे और भीड़ को वहां से हटाया। यातायात पुलिसकर्मियों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर है। फिर 40 हज़ार केस, आखिर घटते-घटते क्यों बढ़ने लगे कोरोना के मामले नौकरी दिलाने के बहाने 4 बार किया सामूहिक दुष्कर्म, दो आरोपी गिरफ्तार बढ़ते कोरोना के चलते कर्नाटक सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला