बाबा वेंगा, 20वीं शताब्दी की एक प्रमुख भविष्यवक्ता, को "बाल्कन का नास्त्रेदमस" भी कहा जाता है। उनका असली नाम वेंगेलिया पांडवा गुशतेरोवा था और उनका जन्म 31 जनवरी 1911 को बुल्गारिया में हुआ था। दृष्टिहीनता के बावजूद, बाबा वेंगा को भविष्य देखने की असाधारण क्षमता प्राप्त थी। उनकी कई भविष्यवाणियाँ सटीक साबित हुईं, जिससे उन्होंने एक रहस्यमयी व्यक्तित्व बना लिया। दृष्टिहीनता और भविष्यवाणी की शक्ति बाबा वेंगा का जीवन संघर्षपूर्ण था। 12 साल की उम्र में, एक तूफान के दौरान उनकी आंखों में धूल और मिट्टी चली गई, जिससे उनकी दृष्टि धीरे-धीरे जाती गई। इसके बाद, उन्होंने एक असाधारण क्षमता अनुभव की और भविष्यवाणियाँ करने लगीं। लोग मानते हैं कि यह शक्ति उन्हें ईश्वर से प्राप्त हुई थी। उनकी भविष्यवाणियाँ कई बार सही साबित हुईं, जैसे द्वितीय विश्व युद्ध का अंत, सोवियत संघ का विघटन, और 2001 का 9/11 हमला। प्रमुख भविष्यवाणियाँ द्वितीय विश्व युद्ध का अंत और स्टालिन की मृत्यु: बाबा वेंगा ने द्वितीय विश्व युद्ध के अंत और सोवियत नेता जोसेफ स्टालिन की मृत्यु की भविष्यवाणी की थी। सोवियत संघ का विघटन: 1991 में सोवियत संघ के विघटन की भविष्यवाणी भी बाबा वेंगा ने की थी, जो सही साबित हुई। 9/11 का हमला: बाबा वेंगा ने 11 सितंबर 2001 को अमेरिका पर हुए आतंकी हमले की भविष्यवाणी की थी। उन्होंने कहा था कि "दो लोहे के पक्षी अमेरिका पर हमला करेंगे," जिसे वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले से जोड़ा गया। 2004 की सुनामी: बाबा वेंगा ने 2004 में आई विनाशकारी सुनामी की भी भविष्यवाणी की थी। भविष्य की भविष्यवाणियाँ बाबा वेंगा ने भविष्य में होने वाली कई घटनाओं की भी भविष्यवाणी की थी: 2028 तक मंगल ग्रह पर मानवता: उनका मानना था कि 2028 तक मानवता मंगल ग्रह पर जाएगी और वहां एक नई ऊर्जा स्रोत की खोज करेगी। 2043 में यूरोप का इस्लामिक राज्य बनना: बाबा वेंगा ने भविष्यवाणी की थी कि 2043 तक यूरोप का अधिकांश हिस्सा इस्लामी शासन के अधीन होगा। 3005 में विश्व युद्ध: उनके अनुसार, 3005 में एक बड़ा विश्व युद्ध होगा, जिससे पृथ्वी की जलवायु और मानव सभ्यता पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। आधुनिक युग में बाबा वेंगा की प्रभाविता बाबा वेंगा की भविष्यवाणियाँ आज भी चर्चा का विषय हैं। उनके समर्थक और शोधकर्ता उनकी भविष्यवाणियों का अध्ययन करते हैं। हालांकि, उनकी सभी भविष्यवाणियाँ सच नहीं साबित हुईं, फिर भी उनके व्यक्तित्व और भविष्यवाणियों का प्रभाव दुनिया भर में महसूस किया जाता है। निधन और रहस्यमयी विरासत बाबा वेंगा का निधन 11 अगस्त 1996 को हुआ। उनके द्वारा छोड़ी गई भविष्यवाणियाँ और रहस्यमयी शक्तियाँ आज भी लोगों के लिए एक पहेली बनी हुई हैं। उनका जीवन और उनकी भविष्यवाणियाँ एक रहस्यमयी और अद्भुत दुनिया की ओर इशारा करती हैं, जिसे समझ पाना आज भी आसान नहीं है। पहली बार ब्रूनेई के दौरे पर कोई भारतीय प्रधानमंत्री, सिंगापुर भी जाएंगे पीएम मोदी अब MP में चक्रवाती तूफान का असर! इन जिलों के लिए जारी हुआ अलर्ट केजरीवाल तो नहीं चाहते, फिर क्यों AAP के साथ गठबंधन चाहते हैं राहुल गांधी ?