कई बार किसी विशेष बीमारी की वजह से लोग किसी भी चीज की दुर्गंध महसूस नहीं कर पाते। यह लक्षण अस्थायी हो सकते हैं, जैसे जुकाम में नाक का बंद होना या कोविड-19 के चलते गंध की क्षमता का खत्म हो जाना। हालांकि, कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जो लंबे समय तक गंध को महसूस करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं। इस प्रकार की समस्याओं का समय रहते इलाज जरूरी है, क्योंकि यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। गंध की क्षमता हमारी पांच इंद्रियों में से गंध की क्षमता भी एक महत्वपूर्ण इंद्रिय है, जो हमें बचपन से प्राप्त होती है। यह इंद्रिय हमें किसी भी वस्तु या वातावरण में गंध का अनुभव कराने का कार्य करती है। जब हमारी गंध महसूस करने की क्षमता प्रभावित होती है, तो यह हमारे सामान्य जीवन में असुविधा पैदा कर सकती है। कई बार यह समस्या अस्थायी होती है, जैसे वायरल संक्रमण या सर्दी-जुकाम में नाक की नली बंद होने से गंध महसूस नहीं होती, लेकिन कभी-कभी यह समस्या गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकती है। गंध महसूस न कर पाने के कारण जब हमारी गंध महसूस करने की क्षमता प्रभावित होती है, तो यह कई कारणों से हो सकता है। फ्रंटियर्स इन मॉलिक्यूलर न्यूरोसाइंस में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, 139 मेडिकल कंडिशनें ऐसी हैं, जिनसे गंध महसूस करने की क्षमता समाप्त हो जाती है। इन शारीरिक और मानसिक समस्याओं में मस्तिष्क या तंत्रिका तंत्र से संबंधित विकार, संक्रमण, और अन्य शारीरिक समस्याएं शामिल हो सकती हैं। इस शोध ने यह स्पष्ट किया कि यह स्थिति अक्सर एक सामान्य लक्षण के रूप में दिखती है, लेकिन यह कई गंभीर न्यूरोलॉजिकल और शारीरिक रोगों का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। रिसर्च का क्या कहना है? चार्ली डनलप स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज के शोधकर्ताओं ने ऑक्सफोर्ड रिसर्च सेंटर इन द ह्यूमैनिटीज के साथ मिलकर एक शोध किया, जिसमें पाया गया कि 139 मेडिकल कंडिशनें गंध महसूस करने की क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं। यह शोध यह भी बताता है कि गंध न महसूस करने का लक्षण गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है, जैसे न्यूरोलॉजिकल विकार या शारीरिक रोग। इस शोध के अनुसार, गंध न महसूस करने के लक्षण को नज़रअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि यह कई बीमारियों का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। इसके अलावा, यह व्यक्ति की मानसिक स्थिति और याद्दाश्त से भी जुड़ा हुआ पाया गया है। अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय तक गंध न महसूस होने का लक्षण होता है, तो यह अल्जाइमर जैसी बीमारियों का संकेत हो सकता है। गंध महसूस न होने से संबंधित बीमारियां दुर्गंध महसूस न करना विभिन्न गंभीर बीमारियों से जुड़ा हुआ है, जिनमें प्रमुख बीमारियां निम्नलिखित हैं: अल्जाइमर और पार्किंसंस रोग: ये दोनों न्यूरोलॉजिकल रोग हैं, जो मस्तिष्क में तंत्रिका तंतुओं को प्रभावित करते हैं। इन बीमारियों में गंध महसूस करने की क्षमता में कमी देखी जाती है, और यह लक्षण अक्सर पहले दिखाई देता है। मल्टीपल स्क्लेरोसिस: यह एक ऑटोइम्यून रोग है, जिसमें शरीर की अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली तंत्रिका तंतुओं को नुकसान पहुंचाती है। इसमें भी गंध महसूस करने की क्षमता में गिरावट आ सकती है। डिमेंशिया: यह मानसिक विकारों का समूह है, जिसमें स्मृति, सोचने की क्षमता, और गंध की क्षमता पर असर पड़ सकता है। कोविड-19: कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान गंध महसूस करने की क्षमता का खत्म होना एक सामान्य लक्षण के रूप में देखा गया था। हालांकि, अधिकांश मामलों में यह क्षमता ठीक होने के बाद वापस लौट आती है। साइनसाइटिस: साइनस की सूजन से भी गंध महसूस करने की क्षमता पर असर पड़ सकता है। सर्दी-खांसी या नासिका नली में संक्रमण के कारण गंध का अनुभव नहीं हो पाता। डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए? डॉक्टरों का कहना है कि यदि कुछ वक़्त के लिए सूंघने की क्षमता खत्म हो जाती है, तो यह खतरनाक नहीं होता, लेकिन यदि यह लक्षण लंबे समय तक बना रहता है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। इन लोगों को होता है स्ट्रोक का ज्यादा खतरा, रिसर्च से हुआ खुलासा आखिर क्यों यंग एज में ही झड़ रहे हैं बाल? जानिए इसकी वजह चेहरे पर लगाते हैं बेसन तो ना करें ये गलती, वरना बिगड़ जाएगी त्वचा