बाइक चलाना रोमांचक हो सकता है, लेकिन यह कुछ जोखिम भी लेकर आता है। आपकी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं, जिनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं उन जरूरी बातों के बारे में: हेलमेट का सही उपयोग: बाइक चलाते समय हेलमेट पहनना बहुत जरूरी है। यह सिर की सुरक्षा करता है और दुर्घटनाओं में गंभीर चोटों से बचाता है। हेलमेट का सही आकार और फिटिंग चुने, और उसे नियमित रूप से जांचें। हेलमेट केवल आपकी सुरक्षा नहीं, बल्कि सड़क पर आपकी जिम्मेदारी को भी दर्शाता है। सड़क और मौसम की स्थिति की जांच करें: सड़क की स्थिति और मौसम का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। बारिश, धुंध या बर्फबारी के समय सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं। ऐसे हालात में अपनी गति कम रखें और सतर्क रहें। गड्ढों और अन्य बाधाओं से बचने के लिए भी सावधान रहें। गति सीमा का पालन करें: गति सीमा का पालन करना कानूनी आवश्यकता के साथ-साथ आपकी सुरक्षा के लिए भी जरूरी है। तेज गति से बाइक का नियंत्रण खो सकता है। सड़क पर लगे गति सीमा के संकेतों का ध्यान रखें और अत्यधिक तेज न चलें। ट्रैफिक नियमों का पालन करें: ट्रैफिक नियमों का पालन करना भी बहुत जरूरी है। लाल बत्ती पर रुकें, संकेतों का ध्यान रखें, और लेन बदलते समय इशारा करें। ट्रैफिक नियमों का पालन करके आप अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। बाइक की नियमित देखभाल: बाइक की नियमित जाँच और रखरखाव भी आवश्यक है। ब्रेक, क्लच, टायर और लाइट्स की स्थिति को समय-समय पर जांचें। खराब हिस्सों के कारण दुर्घटनाएं हो सकती हैं, इसलिए नियमित सर्विसिंग से बाइक की कार्यक्षमता बनी रहती है। सुरक्षा गियर पहनें: सुरक्षित सवारी के लिए उचित सुरक्षा गियर पहनना जरूरी है। लेदर जैकेट, गॉगल्स, दस्ताने और मजबूत जूते पहनें। ये गियर गिरने या टकराने पर चोटों को कम करने में मदद करते हैं और आपकी सुरक्षा बढ़ाते हैं। अन्य ड्राइवर्स की गतिविधियों पर ध्यान दें: सड़क पर अन्य ड्राइवर्स की गतिविधियों पर ध्यान देना जरूरी है। कभी-कभी अन्य वाहन चालकों की गलती के कारण दुर्घटनाएं हो सकती हैं। उनके संकेतों और चालनों पर ध्यान दें और सतर्क रहें। अगर कोई वाहन अचानक आपकी दिशा में आ रहा है, तो सावधानीपूर्वक प्रतिक्रिया करें। नशे की हालत में बाइक न चलाएं: शराब या अन्य नशीले पदार्थों के प्रभाव में बाइक चलाना न केवल कानूनन गलत है, बल्कि अत्यंत खतरनाक भी है। नशे के प्रभाव से निर्णय लेने की क्षमता और समन्वय प्रभावित होते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। 3 वर्षीय मासूम ने निगला चाबी का गुच्छा, बिना ऑपरेशन डॉक्टर्स ने ऐसे निकाला बाहर कोर्ट में गर्लफ्रेंड ने दिया ऐसा ‘धोखा’, बॉयफ्रेंड ने सरेआम कर दिया ये कांड डॉक्टरों के आगे झुकी ममता सरकार, कोलकाता के पुलिस कमिश्नर-स्वास्थ्य निदेशक हटाए