गुर्दे की पथरी गंभीर समस्याएँ पैदा कर सकती है। ये पत्थर कठोर पदार्थ होते हैं जो मूत्र मार्ग को अवरुद्ध कर सकते हैं, जिससे असुविधा और दर्द हो सकता है। हालाँकि, योग का अभ्यास राहत प्रदान कर सकता है और इस समस्या को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है। जब किडनी की पथरी परेशानी का कारण बनती है, तो अक्सर रीढ़ और पेट की मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द महसूस होता है। योग इन मांसपेशियों पर खिंचाव पैदा करके मदद करता है, जो मूत्र मार्ग से पथरी को बाहर निकालने में मदद कर सकता है। नियमित योग अभ्यास से पेट की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं और पाचन क्रिया में सुधार होता है, जिससे पथरी बनने की संभावना कम हो जाती है। यह रक्त परिसंचरण को भी बढ़ाता है, जो किडनी पर दबाव डालता है, जिससे पथरी के कारण होने वाले दर्द को कम करने में मदद मिलती है। इसके अतिरिक्त, योग पेट की हल्की मालिश करता है, जिससे गैस बाहर निकलती है और पथरी बनने का जोखिम कम होता है। योग का अभ्यास करने से, गुर्दे की पथरी से पीड़ित व्यक्ति को काफी राहत मिल सकती है। गुर्दे की पथरी को रोकने के लिए, हाइड्रेटेड रहना और स्वस्थ आहार बनाए रखना महत्वपूर्ण है। इन उपायों के साथ नियमित योग अभ्यास अत्यधिक लाभकारी हो सकता है। आर्थिक रूप से इस राशि के जातकों का दिन रहने वाला है, जानिए अपना राशिफल आज इस राशि के लोग रचनात्मक कार्यों में सफल होंगे, जानिए अपना राशिफल इन राशियों के लोग आज घर के कामों में व्यस्त रहेंगे, जानिए अपना राशिफल