बरसात के मौसम में बैक्टीरिया और वायरस तेजी से फैलते हैं, क्योंकि नमी और उमस इनकी वृद्धि के लिए अनुकूल होती है। इस दौरान कई लोग एक या दो दिन के बुखार के लिए घरेलू उपाय अपनाते हैं, लेकिन डॉक्टर से परामर्श लेना महत्वपूर्ण होता है। बारिश के मौसम में बीमारियाँ बरसात के पानी में भीगने से सर्दी-जुकाम होना सामान्य है। इसके अलावा, डेंगू और मलेरिया जैसे मच्छरों द्वारा काटे जाने पर भी बुखार के हल्के लक्षण दिख सकते हैं। पानी की कमी, बासी खाना, या संक्रमित फूड के सेवन से भी तबियत खराब हो सकती है। डॉक्टर से कब संपर्क करें अगर बुखार लगातार तीन दिनों तक बना रहे या फिर अन्य लक्षण दिखाई दें, तो डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है। इससे बुखार जल्दी ठीक हो सकता है और स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। डॉक्टर से संपर्क करने के लक्षण बुखार की तीव्रता: अगर बुखार 102°F से ऊपर हो और कम न हो रहा हो, तो डॉक्टर से परामर्श लें। साथ में लक्षण: अगर बुखार के साथ कंपकंपी, शरीर में दर्द, थकान, या कमजोरी महसूस हो रही हो, तो यह डेंगू, मलेरिया या वायरल संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं। सांस लेने में कठिनाई: फ्लू या इंफ्लूएंजा के दौरान सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। साधारण बुखार में भी नाक बंद, गले में दर्द और खांसी के कारण सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। पेट संबंधी समस्याएँ: अगर बुखार के साथ मिचली, उल्टी, या दस्त हो रहे हैं, तो पेट के संक्रमण का इलाज करना आवश्यक है, जिससे बुखार भी कम हो सकता है। इस प्रकार, बुखार और अन्य लक्षणों की गंभीरता को देखकर डॉक्टर से सलाह लेना सबसे अच्छा उपाय है। पानी की टंकी में जम गई है काई, तो ऐसे करें मिनटों में साफ आम की पत्तियों से जुड़े ये किचन हैक्स, फायदे जानकर रह जाएंगे दंग इन आसान तरीकों से बनाएं रूम फ्रेशनर, फूलों सा महक उठेगा आपका घर