रात में लेते हैं खर्राटे तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खें, मिलेगा छुटकारा

रात में खर्राटे लेना एक सामान्य लेकिन परेशान करने वाली समस्या है। यह केवल उस व्यक्ति के लिए ही नहीं, बल्कि उसके परिवार और साथ सोने वाले व्यक्ति के लिए भी मुश्किल पैदा करता है। जब कोई व्यक्ति रातभर खर्राटे लेता है, तो इससे अन्य लोगों की नींद खराब हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप दिन में थकान और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है। इस समस्या के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे अस्वस्थ जीवनशैली, शारीरिक संरचना, या स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं।

खर्राटों के संभावित कारण: शारीरिक संरचना: कुछ लोगों की शारीरिक संरचना, जैसे कि गले की मांसपेशियों का ढीला होना या नासिका की संरचना, खर्राटों का कारण बन सकती है।

वजन: मोटापे से ग्रस्त लोग अक्सर खर्राटे लेते हैं क्योंकि अतिरिक्त वसा गले के आसपास जमा हो जाती है, जिससे वायुमार्ग संकुचित होता है।

नींद की स्थिति: पीठ के बल सोने से जीभ और गले की मांसपेशियां आराम करती हैं, जिससे वायुमार्ग में रुकावट पैदा हो सकती है।

अस्वस्थ आदतें: धूम्रपान, शराब का सेवन और सोने से पहले भारी भोजन करना भी खर्राटों को बढ़ा सकते हैं।

स्वास्थ्य समस्याएं: एलर्जी, सर्दी, नासिका में रुकावट, या अन्य श्वसन संबंधी समस्याएं भी खर्राटों का कारण बन सकती हैं।

खर्राटों के प्रभाव: खर्राटों का मुख्य प्रभाव नींद की गुणवत्ता पर पड़ता है। इसके अतिरिक्त, इससे निम्नलिखित समस्याएं भी हो सकती हैं:

थकान: खर्राटों के कारण नींद में रुकावट से दिन में थकान और चिड़चिड़ापन बढ़ता है।

स्वास्थ्य समस्याएं: अगर खर्राटे गंभीर होते हैं, तो यह सोने में रुकावट (Sleep Apnea) का संकेत हो सकता है, जो दिल और मस्तिष्क के लिए हानिकारक हो सकता है।

संबंधों पर प्रभाव: खर्राटों के कारण साथी या परिवार के सदस्यों की नींद खराब होती है, जिससे रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है।

घरेलू उपाय: खर्राटों से राहत पाने के लिए आप निम्नलिखित घरेलू उपायों का प्रयास कर सकते हैं:

1. पानी और पुदीना: एक गिलास पानी में कुछ पुदीने की पत्तियां डालकर उबालें। ठंडा होने पर इसका सेवन करें। पुदीना गले की मांसपेशियों को आराम देता है और खर्राटों को कम कर सकता है।

2. दालचीनी पाउडर: एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाएं और पी लें। दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।

3. लहसुन: सोने से पहले एक लहसुन की कली को भूनकर गुनगुने पानी के साथ खाएं। लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो श्वसन मार्ग को साफ रखने में मदद कर सकते हैं। ध्यान दें कि लहसुन की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका सेवन सीमित करें।

4. जैतून का तेल: सोने से पहले नाक में जैतून के तेल की कुछ बूंदें डालें। जैतून का तेल गले की मांसपेशियों को नर्म करता है और वायुमार्ग को खोलने में मदद कर सकता है।

5. देसी घी: गुनगुने घी की एक बूंद नाक में डालें। घी नासिका की म्यूकोसा को नम रखता है और खर्राटों को कम करने में मदद करता है।

लाइफस्टाइल में बदलाव: इसके अलावा, खर्राटों की समस्या को कम करने के लिए निम्नलिखित लाइफस्टाइल में बदलाव भी महत्वपूर्ण हैं:

वजन नियंत्रण: यदि आप अधिक वजन के शिकार हैं, तो वजन कम करने के प्रयास करें।

नींद की स्थिति में परिवर्तन: पीठ के बल सोने की बजाय करवट लेकर सोने की कोशिश करें।

धूम्रपान और शराब से परहेज: धूम्रपान और शराब का सेवन खर्राटों को बढ़ा सकता है, इसलिए इनसे बचें।

व्यायाम: नियमित व्यायाम करें, जो न केवल वजन कम करने में मदद करेगा बल्कि नींद की गुणवत्ता में भी सुधार करेगा।

खर्राटों की समस्या को समझना और इसके प्रभावों को पहचानना जरूरी है। घरेलू उपाय और लाइफस्टाइल में बदलाव करने से इस समस्या से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है। अगर घरेलू उपायों से भी समस्या बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लेने में संकोच न करें, क्योंकि यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और अच्छी नींद का आनंद लें।

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